गाजियाबाद, कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला करते हुये उन्हे भ्रष्टाचार का चैंपियन करार दिया।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बुधवार को यहां समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस में श्री गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि इलेक्ट्रोरल बांड राजनीति में पारदर्शिता के लिये लाया गया, अगर यह सच होता तो उच्चतम न्यायालय ने उस पर सवाल क्यों खड़े किये। जिन कंपनियों ने भाजपा को चंदा दिया,उनका नाम क्यों छिपाया गया। उन कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये के कांट्रेक्ट मिलते है फिर वह कंपनी भाजपा को चंदा देती है। इसे सीधी भाषा में जबरन वसूली कहा जाता है। वास्तव में इलेक्ट्रोरल बांड दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है और प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के चैंपियन हैं।
उन्होने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव विचारधारा की लड़ाई है। आरएसएस और भाजपा लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है वहीं इंडिया गठबंधन इनको बचाने का प्रयास कर रहा है। देश में इस समय महंगाई और बेरोजगारी मुख्य मुद्दे है मगर प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर बात नहीं करना चाहते।
श्री गांधी ने दावा किया कि पूरे देश में इंडिया गठबंधन को भरपूर समर्थन मिल रहा है जिसे देख कर लगता है कि भाजपा इस चुनाव में 150 सीटों पर सिमट जायेगी। उन्होने कहा कि कांग्रेस ने खुले दिमाग से अपने सहयोगी दलों के साथ सीट साझा की हैं, इसका यह मतलब नहीं निकालना चाहिये कि कांग्रेस कमजोर हो चुकी है।
देश में एक झटके में गरीबी मिटाने के अपने बयान पर सफाई देते हुये उन्होने कहा “ मेरे कहने का गलत अर्थ निकाला गया। मुझे कहना है कि अभी देश मे जितना धन 22 से 25 लोगों के पास है, उतना धन 70 करोड़ जनता के पास है। सरकार सिर्फ चंद उद्योगपतियों का ख्याल रख रही है जबकि हम सरकार में आने पर महिलाओं,किसानो और युवाओं का ध्यान रखेंगे। किसानो को उनकी फसल का एमएसपी दिया जायेगा जबकि महिलाओं को हर महीने 8500 रुपये देंगे। सभी स्नातक और डिप्लोमा धारक को अंप्रेटिसशिप का अधिकार मिलेगा जिससे देश को प्रशिक्षित युवाओं की फौज मिलेगी। इसके अलावा केंद्र सरकार जो 30 लाख सरकारी रोजगार नहीं भर रही है, उसे भरने का प्रावधान किया जायेगा। हम उद्योगपतियों की बजाय किसानो का कर्ज माफ कर उन्हे राहत देंगे।
परिवारवाद के सवाल पर उन्होने कहा कि परिवारवाद की बात करने वाले भाजपा के नेता अपने रिश्तेदारों को टिकट दे रहे हैं। यूपी समेत पूरे देश में उनकी विदाई तय है।