प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से जुड़ने का आह्वान किया

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में आज कहा, “हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत, हमारे 140 करोड़ नागरिक हैं, उनका सामर्थ्य है, उनकी इच्छा शक्ति है। जब करोड़ों लोग, एक-साथ किसी अभियान से जुड़ जाते हैं, तो उसका प्रभाव बहुत बड़ा होता है। इसका एक उदाहरण है ‘एक पेड़ माँ के नाम’ – ये अभियान उस माँ के नाम है, जिसने हमें जन्म दिया और ये उस धरती माँ के लिए भी है, जो हमें अपनी गोद में धारण किए रहती है।”
उन्होंने कहा कि पांच जून को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर इस अभियान के एक साल पूरे हो रहे हैं। इस एक साल में इस अभियान के तहत देश-भर में माँ के नाम पर 140 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं। भारत की इस पहल को देखते हुए, देश के बाहर भी लोगों ने अपनी माँ के नाम पर पेड़ लगाए हैं। आप भी इस अभियान का हिस्सा बनें, ताकि एक साल पूरा होने पर, अपनी भागीदारी पर आप गर्व कर सकें।
प्रधानमंत्री ने कहा, “पेड़ों से शीतलता मिलती है, पेड़ों की छाँव में गर्मी से राहत मिलती है, ये हम सब जानते हैं, लेकिन बीते दिनों मैंने इसी से जुड़ी एक और ऐसी खबर देखी, जिसने मेरा ध्यान खींचा। गुजरात के अहमदाबाद शहर में पिछले कुछ वर्षों में 70 लाख से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं। इन पेड़ों ने अहमदाबाद में हरित क्षेत्र काफी बढ़ा दिया है। इसके साथ–साथ, साबरमती नदी पर रिवर फ्रंट बनने से और कांकरिया झील जैसे कुछ झीलों के पुनर्निर्माण से यहाँ जलाशयों की संख्या भी बढ़ गई है। अब खबरों की रिपोर्ट कहती हैं कि बीते कुछ वर्षों में अहमदाबाद ग्लोबल वार्मिंग से लड़ाई लड़ने वाले प्रमुख शहरों में से एक हो गया है। इस बदलाव को, वातावरण में आई शीतलता को, वहाँ के लोग भी महसूस कर रहे हैं। अहमदाबाद में लगे पेड़ वहाँ नई खुशहाली लाने की वजह बन रहे हैं। ”
उन्होंने कहा, “मेरा आप सबसे फिर आग्रह है कि धरती की सेहत ठीक रखने के लिए, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए, और अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए, पेड़ जरूर लगाएं ‘एक पेड़ – माँ के नाम’।”