नयी दिल्ली, नीदरलैंड के जाने-माने हॉकी गोलकीपिंग कोच डेनिस वैन डे पोल भारतीय पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपरों के लिये दो विशेष शिविर आयोजित करने वाले हैं।
हॉकी इंडिया ने रविवार को यह जानकारी देते हुए एक विज्ञप्ति में बताया कि भारतीय टीम के साथ डेनिस का पहला शिविर 13 जुलाई को शुरू होगा और 19 जुलाई को समाप्त होगा। हांग्झोउ एशियाई खेलों से पहले डेनिस सात सितंबर से 14 सितंबर तक टीम के साथ एक और प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने के लिये भारत लौटेंगे।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केन्द्र में एक सप्ताह तक चलने वाले शिविर के दौरान विशेष सत्र में भाग लेगी, जिसकी देखरेख भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन करेंगे। शिविर में गोलकीपर पीआर श्रीजेश, कृष्ण पाठक, सूरज करकेरा, प्रशांत कुमार चौहान और पवन मलिक शामिल होंगे।
यह शिविर एशियाई खेलों के लिये भारतीय पुरुष हॉकी टीम की तैयारियों का हिस्सा है। एशियाई खेलों से पहले भारतीय टीम स्पेनिश हॉकी फेडरेशन की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 25-30 जुलाई के बीच इंग्लैंड, नीदरलैंड और मेजबान स्पेन के खिलाफ एक चतुष्कोणीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। इसके अलावा भारत को अगस्त में एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी चेन्नई में भी भाग लेना है।
डेनिस नीदरलैंड में ड्रिज्वर गोली अकादमी और केएनएचबी (कोनिंकलीके नेदरलैंड्स हॉकी बॉन्ड) के साथ काम कर चुके हैं और अब डच युवा राष्ट्रीय टीमों को प्रशिक्षित करते हैं। उन्होंने अतीत में भी भारतीय टीम के लिये शिविर आयोजित किये हैं।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ दिलीप टिर्की ने शिविरों की घोषणा करते हुए कहा, “हमें भारतीय पुरुष हॉकी टीम के साथ काम करने के लिये प्रशिक्षण शिविर में डेनिस वैन डी पोल को वापस पाकर खुशी हो रही है। यह वर्ष की एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवधि है और अपने कौशल को निखारने में सर्वोत्तम मदद करना टीम के लिये फायदेमंद होगा। मुझे यकीन है कि शिविर भारतीय टीम के लिये गहन और उपयोगी होगा।”
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने कहा, “डेनिस वैन डी पोल एक शानदार कोच हैं। यह भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिये बहुत अच्छा है कि वह कैलेंडर में एक बहुत ही महत्वपूर्ण चरण से पहले टीम की मदद करने के लिये वापस आ गये हैं।”
डेनिस ने कहा, “मैं एक छोटे शिविर के लिये भारतीय पुरुष हॉकी टीम के साथ वापस आने का इंतजार कर रहा हूं। यह एक शानदार टीम है और इस टीम के साथ काम करना हमेशा बहुत रोमांचक होता है। हमारे पास पहले कुछ उत्कृष्ट सत्र थे, और मैं आगामी शिविर के लिये शुरुआत करने का इंतजार नहीं कर सकता।”