नई दिल्ली, तीन वर्ष पहले विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता रहे बजरंग ने कहा है की लीग में ओलंपिक पदक विजेताओं से मुकाबला करने का अवसर उनके लिए हमेशा यादगार रहेगा। उनसे लडकर हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है और इससे भी बढकर यह कि हमें अपनी कमकाोरियों से निजात पाने में भी मदद मिली है। उन्होंने स्वीकार किया कि वह लीग के बाद मानसिक तौर पर कुश्ती के लिए और मकाबूत हुए हैं। एशियाई खेलों के पूर्व कांस्य पदक विजेता और इस साल एक करोड़ रुपये की ईनामी राशि जीतने वाले भारत केसरी मौसम खत्री ने कहा लीग के बाद हमें इस बात का अहसास हो गया है कि हम दुनिया में किसी भी पहलवान को हरा सकते हैं। लीग में यूक्रेन के पहलवान को इतना करीब से देखा तो मुझे अहसास हो गया कि वह भी किसी लिहाज से उससे कम नहीं हैं। इस लीग ने हमारे अंदर मुकाबले को हर हालत में जीतने का जका्बा पैदा किया है। वहीं एशियन चैंपियनशिप की उपविजेता रह चुकीं नवजोत कौर ने कहा इस लीग ने हमें ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को एक मंच पर ला खड़ा किया है। हमारा इन पहलवानों से इस कदर भावनात्मक रिश्ता बन गया कि रियो ओलंपिक में एडलाइन ग्रे का पदक ना आने पर वह अपने आंसू नहीं रोक पाईं। एडलाइन से नवजोत के मुकाबले कई बार हो चुके हैं जिसमें नवजोत को उनके खिलाफ पहली जीत की दरकार है।