नयी दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की अपील करते हुए अाज कहा कि इस वर्ष के वर्षा के मौसम में रिकार्ड वृक्षारोपण का लक्ष्य तय किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में कहा कि इस वर्ष पांच जून को होने वाले विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी भारत करेगा। यह बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह जलवायु परिवर्तन को कम करने की दिशा में विश्व में भारत के बढ़ते नेतृत्व को भी स्वीकृति का प्रतीक है।
उन्होंने आम जनता से कम गुणवत्ता वाली प्लास्टिक और पॉलीथीन का इस्तेमाल नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि इसका प्रकृति, जन स्वास्थ्य आैर वन्य प्राणियों पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर विशेषज्ञ बनने और बात करने से कुछ नहीं होगा बल्कि प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और प्रकृति की रक्षा सहज स्वभाव और संस्कारों में होना चाहिए।
उन्होंने कहा, बारिश का मौसम आने वाला है, हम इस बार रिकार्ड वृक्षारोपण का लक्ष्य ले सकते हैं और इसमें केवल वृक्ष लगाना ही नहीं बल्कि उसके बड़े होने तक उसके रख-रखाव की व्यवस्था करना भी शामिल होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा प्रकृति के साथ संघर्ष करना नहीं सिखाती बल्कि सदभाव और जुड़ाव पर जोर देती है। महात्मा गाँधी भी इसी समर्थक थे। भारत की काप 21 और पेरिस समझौते में प्रमुख भूमिका रही है। भारत ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के माध्यम से पूरी दुनिया को एकजुट किया तो इन सबके मूल में महात्मा गाँधी के सपने को पूरा करने का एक भाव है।