नई दिल्ली, फिल्म दंगल के केंद्र में रहीं रेसलर गीता फोगाट ने अपने गुरु प्यारा राम सोंधी से चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भले ही फिल्म दंगल में दिखाई गई कुछ घटनाएं वास्तविक नहीं हैं, पर फिल्म को रोमांचक बनाने के लिए इतना बदलाव चलता है। दंगल फिल्म गीता और उनके पिता महावीर फोगाट की जीवनी पर आधारित है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह गीता और उनकी बहन बबीता को उनके पिता ने तमाम चुनौतियों के बावजूद चैंपियन रेसलर बनाया। हालांकि, गीता के तत्कालीन कोच सोंधी फिल्म से नाराज बताए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि गीता 2010 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई रेसलर को 8-0 से हराया था। फिल्म में दिखाया गया है कि गीता ने बहुत मुश्किल से वह मैच जीता। इस बारे में गीता का कहना था, कहानी में थोड़ा बदलाव जरूर है, लेकिन बाकी चीजें वास्तव में हुई थीं। मुकाबला ऑस्ट्रेलियाई रेसलर के खिलाफ ही दिखाया गया है। फाइनल तो नहीं लेकिन मेरा सेमीफाइनल मुकाबला बेहद कठिन था। उधर, प्यारा राम सोंधी ने दंगल में विलेन की तरह दिखाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने लीगल ऐक्शन लेने तक की बात कह दी है, लेकिन गीता ने कहा, फिल्म में किसी कोच का नाम नहीं लिया गया है।
अगर वह लीगल ऐक्शन लेने की सोच रहे हैं तो ले लें। यह सच है कि मेरे पापा को बाउट देखने से रोका गया था। हालांकि, बाद में उन्होंने गैलरी में बैठकर मैच देखा था। इस बारे में गीता के पिताजी महावीर फोगाट ने कहा है, मैं बाउट से पहले गीता को टिप्स देना चाहता था। उसके प्रतिद्वंद्वी के बारे में कुछ बातें थीं जो मैं उसे बताना चाहता था। लेकिन मुझे गीता से नहीं मिलने दिया गया। फिल्म रिलीज होने के बाद इससे संबंधित लोगों के जीवन में हलचल मची है। कुश्ती पर बनी इस फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है।