मुंबई, एक और फिल्म पर सेंसर बोर्ड की गाज गिरी है। शुक्रवार को रिलीज होने जा रही छोटे बजट की फिल्म ‘फुल्लू’ को सेंसर बोर्ड ने ए सार्टिफिकेट दिया है, जिससे फिल्म की टीम निराश है। ये फिल्म महिलाओं की महावारी और मासिक धर्म जैसे संवेदनशील विषय को लेकर बनी है, जिसे सेंसर बोर्ड ने सिर्फ एडल्ट लोगों को देखने के लायक माना है। फिल्म के निर्देशक अभिषेक सक्सेना सेंसर बोर्ड के इस फैसले से निराश हैं।
उनका तर्क है कि टीवी पर रोज सैनेटरी पैड को लेकर विज्ञापन दिखाए जाते हैं, जिनको हर उम्र के दर्शक देखते हैं और सेंसर को उन पर कोई एतराज नहीं होता, लेकिन हमारी फिल्म को सेंसर ने ए सार्टिफिकेट देकर युवा दर्शकों का रास्ता रोक दिया, जबकि हमारी फिल्म उनकी संवेदनाओं को लेकर बनी है। बॉलीवुड से भी इस फिल्म को ए सार्टिफिकेट देने को लेकर विरोध के सुर सामने आए हैं। अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने भी इस बात का समर्थन किया है कि ऐसी समाजिक फिल्म को हर किसी को देखने का मौका मिलना चाहिए, क्योंकि ये आम महिलाओं की समस्या से जुड़ी है।
दिव्या दत्ता ने भी सेंसर द्वारा ए सार्टिफिकेट दिए जाने की आलोचना की। दूसरी ओर, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने भी फिल्म को ए सार्टिफिकेट मिलने पर हैरानी जताई है। पिछले सप्ताह दिल्ली में मनीष सिसौदिया के लिए फिल्म का खास शो रखा गया। फिल्म देखने के बाद मनीष ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ऐसी सामाजिक संदेश वाली फिल्म को लेकर सेंसर का रवैया समझ से बाहर है।