मुंबई, भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत आंकड़ों से उत्साहित निवेशकों की दमदार लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत तक की बढ़त पर रहे घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक पर नजर रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 641.83 अंक अर्थात 0.9 प्रतिशत उछलकर सप्ताहांत पर 73730.16 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 272.95 अंक यानी 1.23 प्रतिशत मजबूत होकर 22419.95 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह दिग्गज कंपनियों के मुकाबले बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में अधिक लिवाली हुई। इससे मिडकैप 1583.26 अंक अर्थात 3.95 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 41587.77 अंक हो गया। इसी तरह स्मॉलकैप 1805.5 अंक यानी 3.97 प्रतिशत की तूफानी तेजी के साथ 47239.29 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार, इजराइल और ईरान के बीच जारी तनाव घटने, तेल की कीमतों में गिरावट और स्थानीय स्तर पर विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्रों में बढ़त से पीएमआई के बेहतर प्रदर्शन से प्रेरित देश के मजबूत आर्थिक आंकड़ों ने बीते सप्ताह बाजार में तेजी को बढ़ावा दिया। हालांकि अमेरिकी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अप्रत्याशित गिरावट और अमेरिकी कोर पीसीई मूल्य सूचकांक में उछाल के कारण पिछले कारोबारी दिन वैश्विक शेयर बाजार में गिरावट आई।
वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में आईटी क्षेत्र की कंपनियों के कमजोर परिणाम के कारण घरेलू बाजार का प्रदर्शन एशियाई बाजारों के मुकाबले कमजोर रहा। वहीं, परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद और निजी बैंकों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियामक ईकोसिस्टम ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।
अगले सप्ताह बाजार में सुदृढ़ीकरण की उम्मीद की जा सकती है। इसके अलावा अगले सप्ताह फेड रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी की होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में लिये जाने वाले निर्णय और अमेरिका में गैर-कृषि क्षेत्र के रोजगार आंकड़ों पर बाजार की नजर रहेगी। साथ ही अगले सप्ताह यूको बैंक, अल्ट्रासिमको, आईओसी, अडाणी पावर, अडाणी पोर्ट्स और कोल इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियों की 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष की अंतिम तमाही के परिणाम की बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
बीते सप्ताह बाजार में चार दिन तेजी जबकि सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस गिरावट रही। निवेशकों का फोकस इजराइल-ईरान तनाव से हटकर इस सप्ताह कंपनियों के जारी हाेने वाले परिणाम पर शिफ्ट होने से विश्व बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 560.29 अंक की छलांग लगाकर 73,648.62 अंक और निफ्टी 189.40 अंक उछलकर 22,336.40 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी बाजार के सकारात्मक रुझान की बदौलत स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, रियल्टी, टेक और यूटिलिटीज समेत सोलह समूहों में हुई लिवाली से मंगलवार को शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी रही। सेंसेक्स 89.83 अंक चढ़कर 73,738.45 अंक और निफ्टी 31.60 अंक मजबूत होकर 22,368.00 अंक पर रहा।
इजराइल-ईरान तनाव को लेकर जारी चिंता कम होने से विश्व बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर धातु, कमोडिटीज, हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल्स समेत सत्रह समूहों में हुई लिवाली से बुधवार को सेंसेक्स 114.49 अंक मजबूत होकर 73,852.94 अंक और निफ्टी 34.40 अंक चढ़कर 22,402.40 अंक हो गया।
विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर एक्सिस बैंक और एसबीआई समेत 22 दिग्गज कंपनियों की करीब छह प्रतिशत तक की तेजी से गुरुवार को सेंसेक्स 486.50 अंक की छलांग लगाकर 74,339.44 अंक पर पहुंच गया। साथ ही निफ्टी 167.95 अंक की उड़ान भरकर 22,570.35 अंक हो गया।
वहीं, विदेशी बाजारों के सकारात्मक रुझान के बावजूद स्थानीय स्तर पर बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, मारुति, एसबीआई और रिलायंस समेत 24 दिग्गज कंपनियों के करीब आठ प्रतिशत तक लुढ़कने से शुक्रवार को शेयर बाजार की पिछले लगातार पांच दिन की तेजी पर ब्रेक लग गया। सेंसेक्स 609.28 अंक की भारी गिरावट लेकर 73,730.16 अंक और निफ्टी 150.40 अंक का गोता लगाकर 22,419.95 अंक पर बंद हुआ।