नई दिल्ली, संसद के बजट सत्र से पहले सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष और सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। लोकसभा अध्यक्ष ने सभी दलों की बैठक बुलाई है ताकि बजट सत्र में संसद का काम सुचारु रूप से चलाया जा सके। इससे पहले शीत सत्र में नोटबंदी पर हंगामे के चलते पूरा सत्र बर्बाद हो गया था। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने भी सभी दलों को विचार-विमर्श के लिए बुलाया है। इसमें सरकार विपक्ष के साथ मतभेद के मुद्दों पर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करेगी ताकि हंगामे से बचा जा सके। सरकार की ओर से बुलाई गई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीतिक दलों के चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता का मुद्दा उठा सकते हैं। पीएम मोदी चुनावी रैलियों में फंडिंग में पारदर्शिता का मुद्दा उठाते रहे हैं। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। पहले दिन राष्ट्रपति का अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट रखी जाएगी। पहली फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। इस बार रेल बजट भी आम बजट के साथ ही पेश किया जाएगा। सरकार ने अलग से रेल बजट को खत्म करते हुए इस बार उसे आम बजट का हिस्सा बना दिया है। बजट सत्र का पहला हिस्सा छोटा होगा और 9 फरवरी तक चलेगा। 4 फरवरी से यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की शुरुआत हो रही है। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 9 मार्च से शुरू होगा और 12 अप्रैल तक चलेगा।