बरसात के मौसम में घर की देखभाल की बेहद जरूरत होती है। भले ही घर वॉटरप्रूफ ही क्योंस न हो, लेकिन फिर भी मानसून के समय घर में सावधानियां बरतनी जरूरी होती है। हो सके तो इसकी तैयारी पहले ही कर ली जाए। घर में कई ऐसे चीजें होती है, जिन्हेंय बारिश के मौसम में संभाल कर रखने की जरूरत होती है। बिजली के उपकरणों को बच्चों की पहुंच से दूर रखना, ऐसी ही कुछ सावधानियां बरतें तो कोई मुश्किल नहीं आएगी। -बारिश के दिनों की नमी अनाज व मसालों को सब से ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। अगस्त महीने में डिब्बे खोलकर देखने पर पता चलता है कि बेसन फफूंद लग जाता है वहीं चावल के दाने एकदूसरे से चिपक कर गोले का आकार ले चुके हैं, जिन्हें पकाना सम्भव नहीं रहा। यही हाल दालों का हो चुका होता है। अतः बरसात के शुरू होने से पहले ही किचन के सारे काम कर डालें। -सभी डिब्बोंश को खाली कर उनके अनाज व मसालों को धूप में सुखाएं। दालों को भी सुखाएं। सूखने पर डिब्बों में भर कर एयरटाइट कर रखें ताकि नमी व फफूंद नुकसान ना पहुंचा पाएं, अनाज के डब्बों में फफूंदनाशक नुकसानरहित दवा भी मिलाएं जैसे, पारद टिकिया, नीम की पत्तियां आदि। -रसोई में कोई छेद हो तो उसे सीमेंट, चूनें या मिट्टी से बंद कर दें। बारिश में कोकरोच केंचुए और दूसरे कीड़े उसी की अपना कर बना लेते हैं। बंद छेद के ऊपर किसी कीटनाशक का छिड़काव करें। -घरेलू उपकरणों की सर्विसिंग करा कर ही उन्हें यूज में लें। मिक्सर ग्राइंडर, वाशिंग मशीन, ओवन, गीजर, एयरकंडीशन, पंखे और कूलर आदि में गरमी के मौसत में काफी मात्रा में धूल जमा हो जाती है व जंग लग जाता है। नमी जंग बढ़ाता है इससे बचने के लिए इन्हें साफ रखें। इससे इन उपकरणों की उम्र भी बढ़ती है और उपयोगिता भी। -अगर कंप्यूटर व टीवी खिड़की के पास रखे हों तो उन्हें वहां से हटा कर ऐसी जगह रखें जहां बारिश का पानी ना पड़े पावर पॉइन्ट व कटआउट्स के तारों की जांच कराएं, वोल्टेज के उतारचढ़ाव का पहला प्रभाव इन्हीं पर पड़ता है।