
The Governor of Uttar Pradesh, Shri Ram Naik, the Union Minister for Micro, Small and Medium Enterprises, Shri Kalraj Mishra and the Minister of State for Railways, Shri Manoj Sinha are also seen.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ की शुरुआत की। इस योजना से 5 करोड़ गरीब परिवारों को लाभ पहुंचेगा। ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन (एलपीजी) वितरित किए जाएंगे ताकि गरीबों को धुएं से मुक्ति मिल सके।पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां मजदूर दिवस के दिन एकत्रित हुए हैं। पीएम ने कहा, ‘मैं श्रमिकों के मेहनत को सराहता हूं जो देश के विकास के लिए जरूरी है। मैं देश का मजदूर नंबर वन हूं।
प्रधानमंत्री ने पूरे देश में आज से लागू हुई ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ का जिक्र करते हुए कहा कि इससे बड़ी कोई योजना नहीं हो सकती, जो पांच करोड़ परिवारों को छूती हो। हमने पेट्रोलियम सेक्टर को गरीबों के लिये बना दिया है, जो पहले कभी नहीं बना था। मोदी ने इस मौके पर 10 बीपीएल महिलाओं को गैस कनेक्शन देकर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की।
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘मैंने सेंट्रल हॉल में अपने पहले भाषण में कहा था कि हमारी सरकार गरीबों की सरकार है। दिल्ली में इस बार एनडीए की सरकार बनाई और मुझे पीएम पद के लिए चुना, आपने जो प्यार मुझे दिया है, उसका कर्ज मैं विकास करके चुकाऊंगा।’
मोदी ने कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि बलिया से योजना की शुरुआत करके नरेंद्र मोदी चुनावी शंखनाद कर रहे हैं लेकिन यह सही नहीं है। बलिया वह जगह है जहां रसोई गैस कम से कम घर में जाता है। यही कारण है कि मैंने इस योजना की शुरुआत बलिया से की जो इस योजना को लेकर सवाल उठा रहे हैं उन लोगों को मैं बता दूं कि मैंने झारखंड, एमपी, हरियाणा से भी तब योजनाएं शुरू कीं, जब वहां चुनाव नहीं थे।’
पुरानी यादों को ताजा करते हुए पीएम ने कहा कि दिल्ली के एसी कमरों में बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करने वालों को बता दूं कि पहले एक सांसद को 25 एलपीजी कूपन दिए जाते थे जिसका दुरुपयोग किया जाता था जो सांसद ये कनेक्शन बांटते थे उनको लगता था कि उसने 25 लोगों को कनेक्शन देकर बहुत बड़ा काम कर दिया लेकिन आज के बाद एक-एक सांसद के संसदीय क्षेत्र में 10-20 हजार रसोई गैस कनेक्शन पहुंचाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले तीन सालों में 5 करोड़ एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य पूरा कर लेंगे।