लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बसपा एक राजनीतिक पार्टी होने के साथ ही जन-आंदोलन भी है। यह बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की विचारधारा पर बनी देश की एकमात्र सशक्त राजनैतिक पार्टी है।
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बसपा कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, बैठक में मायावती ने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार के असंवैधानिक तथा अलोकतान्त्रिक नीति एवं व्यवहार के कारण आज देश में हर तरफ भय, आतंक, हिंसा, बेचैनी और अफरातफरी जैसा माहौल है। उन्होने कहा कि देश में कल्याणकारी कानून एवं मानवतावादी संविधान को एक प्रकार से असफल करने की साजिश की जा रही है।
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मायावती ने कहा कि बसपा एक राजनीतिक पार्टी होने के साथ ही जन-आंदोलन भी है। यह बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की विचारधारा पर बनी देश की एकमात्र सशक्त राजनैतिक पार्टी है। इसने अपने राजनीतिक सफर में काफी उतार-चढ़ाव देखें हैं।
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बसपा सुप्रीमो मायावती ने बयान में कहा कि वास्तविकता यह है कि बसपा ने बाबा साहेब और कांशी राम की इच्छानुरूप एक न बिकने वाले शक्तिशाली समाज का गठन किया है। यही कारण है बसपा ने उत्तर प्रदेश में चार बार शासन संभाला और अपना उद्धार स्वयं करने के बाबा साहेब की विचारधारा पर चलते हुए उसे हकीकत बनाने का प्रयास किया। इसे हकीकत में बदलता देख जातिवादी ताकतों के सीने पर साँप लोटता रहता है और वह इस बसपा आंदोलन को पीछे धकेलने के लिये लगातार हर संभव साजिश में जुटे रहते हैं।
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उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह वास्तविकता यही है कि भाजपा और आरएसएस के संकीर्ण जातिवादी एवं साम्प्रदायिक जहर को केवल बसपा की अम्बेडकरवादी विचारधारा व जनसंघर्ष ही काट सकती है। बसपा इसके लिए कृतसंकल्प होकर काम कर रही है और इसके लिये अगले महीने से ही देश के स्तर पर जनचेतना एवं संघर्ष कार्यक्रम का आयोजन करने वाली है। इसकी शुरूआत उत्तर प्रदेश में 18 सितम्बर 2017 को मेरठ में पहले मंडल-स्तरीय बसपा कार्यकर्ता महासम्मेलन के साथ होगी।