गाजियाबाद/नई दिल्ली, बसपा के पूर्व सांसद नरेंद्र कश्यप वीरवार को अपने सैंकड़ों साथियों के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि धन, बल व प्रभाव वाले कुछ लोग बहिन जी (मायावती) को गुमराह कर रहे हैं। जिसकी वजह से बसपा का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है। दिल्ली में अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय में प्रदेशाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व यूपी प्रभारी ओम माथुर ने नरेंद्र कश्यप व उनके सैंकड़ों साथियों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। दिल्ली से लौटकर गाजियाबाद पहुंचे कश्यप ने दैनिक जागरण से हुई बातचीत में बताया कि वह बिना शर्त भाजपा में गए हैं। यूपी के चुनाव में या इसके बाद उनकी क्या भूमिका रहेगी, यह पार्टी को ही तय करना है। पीएम नरेंद्र मोदी के प्रभावी कार्यों और भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर वह पार्टी में शामिल हुए हैं। मायावती के करीबी रहे हैं कश्यप:- बसपा सुप्रीमो मायावती के बेहद करीबी रहे नरेंद्र कश्यप 1992 से लेकर 2016 तक बसपा में विभिन्न पदों पर रहे। 1998 में बसपा का प्रदेश महासचिव बनने के साथ ही मायावती ने उन्हें एमएलसी भी बनाया। 2004 में कार्यकाल खत्म होते ही फिर से उन्हें एमएलसी बनाया गया और 2010 तक वह विधान परिषद के सदस्य रहे। 1998 से 2003 तक प्रदेश महासचिव बनाए जाने के बाद 2003 में उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। नरेंद्र कश्यप के साथ उनके समधी हीरालाल सहित कई अन्य साथियों ने भी बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया।