लखनऊ , उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बहुजन समाज पार्टी सदस्यों ने स्मारकों और पार्कों के रखरखाव की उपेक्षा के आरोप लगाये।शून्य काल में बसपा के सुनील कुमार चितौड़, प्रदीप कुमार जाटव, डा0 विजय प्रताप एवं अन्य सदस्यों ने महापुरूषों के नाम पर बनाये गये स्मारकों एवं पार्कों का उचित ढंग से रखरखाव के संबंध में कार्य स्थगन सूचना दी थी।
सूचना की ग्राह्यता पर सुनील कुमार चितौड़ ने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार के कार्यकाल में लखनऊ में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर और मान्यवर कांशीराम के नाम पर कई स्मारक और पार्क बनाये गये थे। उन्होंने सरकार पर स्मारकों और पार्कों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का नारा श्सबका साथ सबका विकास है लेकिन उसके अनुरुप काम नहीं हो रहा है।
सुनील कुमार चितौड़ ने कहा कि स्मारकों का रखरखाव नहीं होने से वे खराब हो रहे हैं। स्मारक के गुम्बद पर काई जमी है और पत्थर काला पड़ गया है। बारिश में फर्श भी कई जगह जमीन में धंस गया है। पार्कों में दस प्रतिशत भी रोशनी नहीं होती।
उन्होंने कहा कि स्मारक और पार्कों के बनने से लखनऊ अाने वाले देश.विदेश के लोग उन्हें देखना चाहते हैं। उनकी खराब दशा देखकर देश और प्रदेश की छवि धूमिल होती है। सरकार ने स्मारकों का बजट में पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी के समय में दिए गये बजट से भी कम पैसा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इन स्मारकों के रखरखाव में भेदभाव कर रही है। उन्होंने सदन में काम करोकर इस सूचना पर चर्चा कराने की मांग की।
नेता सदन डा0 दिनेश शर्मा ने सदन को तथ्यों से अवगत कराते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद सबसे पहले स्मारकों एवं पार्कों के रखरखाव के लिए संबंधित विभागों की बैठक कर अधिकारियों को निर्देश देने का काम किया था। उन्होंने कहा कि स्मारक और पार्क कोई भी बनाये लेकिन यह सरकार की सम्पत्ति है और इसका रखरखाव भी सरकार की जिम्मेदारी है। महापुरुष सबके होते हैं सरकार किसी प्रकार का भेदभाव नहीं कर रही है। वे भी डा0 अम्बेडरकर को इतना ही मानते हैं जितना दूसरे उनका सम्मान करते हैं।
राज्य सरकार अम्बेडकर पार्क के साथ जनेश्वर मिश्रा, लोहिया समेत सभी पार्कों एवं स्मारकों की देखभाल का काम कर रही है। उन्होंने पार्कों के पास किए गये अतिक्रमण को हटाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि बसपा सदस्यों ने स्मारकों को लेकर जो भी आरोप लगाये वे निराधार हैं और सरकार उनका ध्यान रख रही है।सभापति रमेश यादव ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सूचना सरकार को आवश्यक कार्यवाही के लिए संदर्भित किया।