बाबा साहब के विचार, सिद्धांत और दूरदृष्टि भारतीय लोकतंत्र की नींव: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान निर्माता, ‘भारत रत्न’ बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शनिवार को कहा कि बाबा साहब के विचार, सिद्धांत और दूरदृष्टि भारतीय लोकतंत्र की नींव हैं।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को एक्स पर लिखा, “ सामाजिक न्याय के अग्रदूत, संविधान निर्माता, ‘भारत रत्न’ बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। बाबा साहब के विचार, सिद्धांत और दूरदृष्टि भारतीय लोकतंत्र की नींव हैं। समाज में व्याप्त विषमता, अन्याय और भेदभाव के विरुद्ध संघर्ष करते हुए समानता, स्वतंत्रता और बंधुता पर आधारित समाज के निर्माण का जो सपना बाबा साहब ने देखा था, वह आज भी हम सभी के लिए पथप्रदर्शक है।”
गौरतलब है कि डा भीमराव राम आंबेडकर ने भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति की अध्यक्षता की थी। उन्होने जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट में कानून और न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया. बाद में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया और हिंदू धर्म त्यागने के बाद दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को ब्रिटिश भारत के महू में हुआ था। बॉम्बे विश्वविद्यालय के एलफिंस्टन कॉलेज से स्नातक होने के बाद, अंबेडकर ने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अर्थशास्त्र का अध्ययन किया। डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और 1920 के दशक में दोनों संस्थानों में ऐसा करने वाले मुट्ठी भर भारतीय छात्रों में से एक थे।
उन्होंने लंदन के ग्रेज इन में कानून की भी ट्रेनिंग ली. अपने शुरुआती करियर में वे अर्थशास्त्री, प्रोफेसर और वकील रहे. बाद के जीवनकाल में वे राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हुए।





