लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने आज के ही दिन अयोध्या मे विवादित ढांचा गिराया था। बीजेपी और संघ के लोग यह कतई नहीं चाहते कि हिन्दुओं को छोड़कर अन्य धर्मों के मानने वाले लोग मान-सम्मान की जिंदगी जिए। बीजेपी चाहती है कि उसके धार्मिक स्थल सुरक्षित रहे लेकिन वे नहीं चाहते हैं कि दूसरे के धार्मिक स्थल और भविष्य सुरक्षित रहें।बीजेपी और संघ के लोगों ने गंदी मानसिकता के तहत आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर ढांचे को खंडित किया।
मायावती ने कहा कि आंबेडकर ने उनकी मानसिकता को भांप लिया था, इसे ध्यान में रखते हुए धर्मनिरपेक्षता की बुनियाद पर संविधान बनाया. उन्होने दावा किया कि धर्मनिरपेक्षता की बुनियाद पर देश का संविधान बनाने वाले बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के प्रति गंदी मानसिकता की वजह से ही बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने के लिए 6 दिसंबर का दिन चुना था.
मायावती ने कहा कि वर्ष 1992 में केंद्र में कांग्रेस और प्रदेश में बीजेपी की सरकार के शासनकाल में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को खंडित करने के लिए आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस यानी 6 दिसंबर को इसलिए चुना गया था, क्योंकि बाबा साहब ने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर संविधान बनाया था, जो इन ताकतों को पसंद नहीं था.