पटना/नई दिल्ली, पिछले काफी समय से प्रतीक्षित पटना हवाई अड्डे के विस्तार का मामला अब सुलझ गया है। केंद्रीय कैबिनेट ने राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की जमीन एक-दूसरे से बदलने की मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद एएआई की 11.35 एकड़ भूमि को बिहार सरकार की इतनी ही भूमि के साथ पटना जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन ने बिहार सरकार से एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए मदद मांगी थी। इस बाबत 12 जनवरी को एयरपोर्ट प्रशासन ने मुख्य सचिव को पत्र भेजा था। एयरपोर्ट पर अभी रनवे की लंबाई 2072 मीटर है और इसे लगभग 2600 मीटर तक किए जाने को लेकर जू से जमीन मांगी गई है। 25 जनवरी को एरोड्राम एडवाइजरी कमेटी की बैठक होगी जिसमें कई पहलुओं पर चर्चा होगी। पटना एयरपोर्ट पर 24 घंटे विमानन सेवाएं देने और यात्रियों की सुविधाओं के लिए कई प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। इसी के तहत विमानों के पार्किंग स्टैंड की संख्या दोगुनी की जाएगी। फिलहाल 5 पार्किंग स्टैंड हैं। नए प्रस्ताव के तहत एयरपोर्ट पर बने टर्मिनल बिल्डिंग की जगह एयरोब्रिज बनाया जाएगा। इसमें भी छह पार्किंग स्टैंड होंगे और इसके जरिए पैसेंजर सीधे एयरक्रॉफ्ट में प्रवेश पा सकते हैं। एयरपोर्ट निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहौरिया ने बताया कि एयरपोर्ट का दो चरणों में विस्तार होगा। हाल में हुई बैठक में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं को लेकर चर्चा हुई। पहले चरण का काम 15 अगस्त 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है। बिहार स्टेट हैंगर को ध्वस्त कर नई टर्मिनल बिल्डिंग बनेगी और यहां एयर ट्रैफिक कंट्रोल व फायर स्टेशन को शिफ्ट होगा। दूसरे चरण में विस्तार का काम पूरा करने का लक्ष्य 2021 तक रखा गया है।