पटना, बिहार विधान परिषद के सात सदस्यों का कार्यकाल आज से समाप्त हो गया। परिषद कार्यालय सूत्रों ने गुरुवार को यहां बताया कि सात विधान पार्षदों के लिए 21 जुलाई 2022 उनके कार्यकाल का अंतिम दिन रहा। इनमें सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की रोजिना नाजिश और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री मुकेश सहनी का कार्यकाल काफी छोटा रहा। खाली हुई इन सात सीटों पर पहले ही चुनाव संपन्न हो गये हैं।
जिन विधान पार्षदों का कार्यकाल आज 21 जुलाई को समाप्त हो गया उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अर्जुन सहनी, जदयू के मो. कमर आलम, गुलाम रसूल बलियावी, रोजिना नाजिश, रणविजय कुमार सिंह, सीपी सिन्हा उर्फ चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा और वीआईपी के मुकेश साहनी शामिल हैं। वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी भाजपा कोटे से विधान परिषद के सदस्य बनाए गये थे।
वर्ष 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी होने के बाद भी चुनाव हारने के बाद श्री सहनी को भाजपा ने अपने कोटे से विधान परिषद का सदस्य बनाया था लेकिन बाद के दिनों में श्री सहनी के भाजपा से रिश्ते खराब हो गये। लिहाजा भाजपा नेतृत्व ने उन्हें दुबारा परिषद भेजने से मना कर दिया। इस वजह से श्री सहनी महज डेढ़ वर्ष के लिए ही परिषद के सदस्य रहे। वहीं, रोजिना नाजिश का कार्यकाल 29 सितंबर 2021 से 21 जुलाई 22 तक रहा। इस तरह से सात में दो सदस्यों का कार्यकाल काफी छोटा रहा। शेष पांच सदस्यों का कार्यकाल 22 जुलाई 2016 से 21 जुलाई 2022 तक रहा।