लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में छेड़खानी के विरोध में सड़कों पर उतरे छात्र-छात्राओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इससे कई छात्रायें घायल हो गईं हैं. कुलपति की नाकामी से हालात बेकाबू हो गयें हैं. घटना पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है.
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अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर कहा है कि बल के बजाय बातचीत से सरकार को हल निकालना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीएचयू में छात्रों पर लाठी चार्ज निंदनीय है और इसके लिए उन्होंने सरकार से कहा है कि इस घटना के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
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बीएचयू में पढ़ने वाली छात्राएं कैंपस में हो रही छेड़छाड़ की वारदातों के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठी थीं. इनकी मांग थी कि वाइस चांसलर मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान निकालें. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद रात करीब 11 बजे प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं वीसी के घर की ओर जाने लगे. यहां उनकी झड़प बीएचयू के गार्डों से हुई. इसके बाद दोनों ओर से पथराव हुआ.
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इस घटना के बाद प्रदर्शनकारी फिर बीएचयू के गेट पर आकर बैठ गए. वहां स्थानीय पुलिस पहुंची और धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को हटाने की कोशिश करने लगी. जब ये लोग नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.