नयी दिल्ली, भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने टोक्यो ओलंपिक में पूर्व विश्व चैंपियन चीनी ताइपे की निएन-चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली लवलीना बोर्गाेहेन (69 किग्रा) से स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीदें लगाई हैं।
बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “ मैंने आज लवलीना से कहा है, ये तो बस शुरुआत है। उन्हें सावधानीपूर्वक योजना बनाने और भारत के लिए स्वर्ण पदक को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। लवलीना एक युवा, नए और निडर भारत का प्रतीक हैं। मुझे विश्वास है कि उनके जैसे युवा मुक्केबाज भविष्य में और ओलंपिक पदक सुनिश्चित करेंगे। ”
उल्लेखनीय है कि निएन-चिन चेन पर जीत के साथ लवलीना ने ओलंपिक में भारत का पहला मुक्केबाजी पदक पक्का कर दिया है। लवलीना ने पिछले साल कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीत कर वापसी की थी। अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद उन्होंने मुक्केबाजी स्पर्धा में टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने के मील के पत्थर को हासिल करने के लिए सभी मुश्किलों का सामना किया।
अजय सिंह ने कहा, “ यह सच में लवलीना का एक बहुत ही साहसी प्रयास है। वह पिछले साल कोरोना से पीड़ित थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी मां भी जानलेवा बीमारी से जूझ रही थी, लेकिन लवलीना पैदाइशी फाइटर हैं, इसलिए वह सभी मुश्किलों से लड़ना जानती हैं। यह भारतीय मुक्केबाजी के लिए एक बहुत बड़ा मील का पत्थर है और जिस तरह से इस युवा मुक्केबाज ने खुद को साबित किया है वह हम सभी को गौरवान्वित करता है। यह न केवल मुक्केबाजी, बल्कि असम और भारत के लिए भी गर्व का क्षण है। बीएफआई उन्हें इस उपलब्धि पर बधाई देना चाहते हैं। यह उस प्रक्रिया का भी प्रमाण है जिसका हमने पिछले चार वर्षों में अनुसरण किया है। ”
असम की 23 वर्षीय मुक्केबाज अब सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली से भिड़ेंगी, जो क्वार्टर फाइनल मुकाबले में यूक्रेन की एना लिसेंको को हरा कर सेमीफाइनल में पहुंची हैं।