Breaking News

बीएसएनएल का मोबाइल टावर कारोबार होगा अलग, निजीकरण की सुगबुगाहट

नयी दिल्ली ,  सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड  के मोबाइल टॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर को अलग करते हुये इसे कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली एक अलग कम्पनी के हवाले करने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार, निजीकरण की आशंका से कर्मचारियों मे  सुगबुगाहट है।

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रचार तंत्र की खोली पोल

कांशीराम इको गार्डन की उपेक्षा पर मायावती चिंतित, दी योगी सरकार को चेतावनी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की आज यहां हुयी बैठक में यह निर्णय लिया गया। संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि दो वर्षाें में बीएसएनएल का टावर कारोबार अलग हो जायेगा। हालांकि, उन्होंने इसे बीएसएनएल के निजीकरण की प्रक्रिया का हिस्सा मानने से इनकार कर दिया।

मायावती का भाजपा सरकार पर बड़ा हमला, शिक्षामित्रों के प्रति जतायी सहानुभूति

पुराने नोट बदलने की इजाजत देने पर, सुप्रीम कोर्ट का बड़ा निर्णय

उन्होंने कहा कि बीएसएनएल पूर्ण स्वामित्व वाली एक अलग कंपनी बनाकर अपने टावर इंफ्रास्ट्रक्चर काे अलग करेगी। देश में लगभग 4,42,000 मोबाइल टावर हैं, जिसमें से 66,000 से अधिक मोबाइल टावर बीएसएनएल के हैं जो देश में स्थित कुल टेलीकॉम टावर का 15 प्रतिशत है।

इजरायल की कृषि पद्धति बुन्देलखण्ड में होगी लागू, किसानों को मिलेगा अनुदान

खाली प्लाटों में पड़े कूड़े पर, अब प्लाटों मालिकों पर होगी कड़ी कार्यवाही

देश में दूरसंचार टावर उद्योग टेलीकॉम कंपनियों के लिए बुनियादी सुविधा प्रदाता के रूप में एक स्‍वतंत्र व्‍यवसाय के रूप में उभरा है।

पीसीएस मे निधि यादव को, ओबीसी आरक्षण दिये जाने पर हुयी आपत्ति

भाजपा सरकार ने देश भर में आरक्षण को समाप्त करने का काम किया- लालू यादव