लखनऊ (यूपी).बीजेपी ने यूपी के 2017 असेंबली इलेक्शन के लिए कुछ आईआईटी प्रोफेशनल्स को हायर किया है। पार्टी का दलितों के बीच कितना प्रभाव है, इसका आकलन करने के लिए ऐसा किया गया है। दरअसल, नरेंद्र मोदी और अमित शाह आने वाले समय में यूपी में कई दलित रैलियों को संबोधित करने जा रहे हैं। इस तरह से पार्टी इलेक्शन के मद्देनजर दलितों को लुभाने की पूरी कोशिश कर रही है। यूपी से मिल रहा अच्छा फीडबैक…
– हाल ही में आईआईटी ग्रेजुएट्स ने बीजेपी समर्थित ‘धम्म चेतना यात्रा’ निकाली थी, जो वाराणसी और गोरखपुर में पूरी हुई थी।
– 75 बौद्ध भिक्षुओं से शामिल चल रही इस यात्रा का उदे्श्य राज्य में दलित वोटर्स को लुभाना और 75 जिलों को कवर करना है।
– बीजेपी जनरल सेक्रेटरी अरूण सिंह ने बताया कि हमें यूपी से अच्छा फीडबैक मिल रहा है।
– यात्रा के पहले चरण के खत्म होने के बाद इसके फॉलोअप पर काम किया जा रहा है।
– बता दें, अरूण सिंह ही 10 जून को यात्रा के दूसरे चरण का फ्लैग ऑफ बहराइच से करेंगे।
– इस यात्रा को होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने 24 अप्रैल को सारनाथ से लॉन्च किया था।
– यात्रा के पहले चरण के खत्म होने के बाद इसके फॉलोअप पर काम किया जा रहा है।
– बता दें, अरूण सिंह ही 10 जून को यात्रा के दूसरे चरण का फ्लैग ऑफ बहराइच से करेंगे।
– इस यात्रा को होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने 24 अप्रैल को सारनाथ से लॉन्च किया था।
लखनऊ में की जाएगी विशाल रैली…
– बताया जा रहा है कि 14 अक्टूबर को लखनऊ में प्रस्तावित विशाल रैली में नरेंद्र मोदी को इनवाइट करने के लिए यात्रा के ऑर्गनाइजर्स लगातार पीएमओ के कॉन्टैक्ट में हैं।
– यहीं पर 6 महीने लंबी ये बुद्धिस्ट यात्रा खत्म होगी।
– 14 अक्टूबर को इसलिए भी रैली के लिए तय किया गया है क्योंकि इसी दिन अंबेडकर ने 1956 में नागपुर में 3 लाख 65 हजार फॉलोअर्स के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया था।
– ऑर्गनाइजर्स के मुताबिक, इसी दिन मौर्य सम्राट अशोक भी बौद्ध धर्म में कन्वर्ट हुए थे।
– 14 अक्टूबर को इसलिए भी रैली के लिए तय किया गया है क्योंकि इसी दिन अंबेडकर ने 1956 में नागपुर में 3 लाख 65 हजार फॉलोअर्स के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया था।
– ऑर्गनाइजर्स के मुताबिक, इसी दिन मौर्य सम्राट अशोक भी बौद्ध धर्म में कन्वर्ट हुए थे।
बौद्ध कम्युनिटी में बढ़ रही मोदी की पैठ?
– बौद्ध भिक्षु भी दलित आइकन के लिए मोदी के लिए सम्मान दिखा रहे हैं।
– इसकी एक वजह ये भी है कि यह कम्युनिटी कई चीजों से वंचित रही, जबकि मायावती जैसे कई नेता सीएम तक रहे।
– बता दें, धम्म यात्रा चीफ धम्म वीरियो अंबेडकर के साथी थे। वे बीएसपी फाउंडर कांशीराम के अंतिम संस्कार के समय भी मौजूद थे।
– कांशीराम ने भी बौद्ध भिक्षुओं की मदद से ही बीएसपी को लॉन्च किया था।
– कास्ट हिरारकी (जाति पदानुक्रम) के ही चलते उन्होंने अपने फॉलोअर्स को प्रोटेस्ट के रूप में हिंदू धर्म को त्यागने और बौद्धिज्म को फॉलो करने के लिए कहा था।
– मोदी ने भी 26 अप्रैल को महाउ में अपनी विजिट के दौरान वीरियो को सम्मानित किया था।
– कास्ट हिरारकी (जाति पदानुक्रम) के ही चलते उन्होंने अपने फॉलोअर्स को प्रोटेस्ट के रूप में हिंदू धर्म को त्यागने और बौद्धिज्म को फॉलो करने के लिए कहा था।
– मोदी ने भी 26 अप्रैल को महाउ में अपनी विजिट के दौरान वीरियो को सम्मानित किया था।
बुंदेलखंड में हो सकती है बड़ी रैली
– सूत्रों के मुताबिक, लखनऊ रैली से पहले बुंदेलखंड रीजन में पीएम की बड़ी रैली ऑर्गनाइज की जाएगी।
– यहां उन्होंने हाल के दिनों में कोई बड़ी रैली को संबोधित नहीं किया है।
– मोदी ने अब तक बरेली, बलिया और सहारनपुर में रैली को संबोधित किया है।
– यहां उन्होंने हाल के दिनों में कोई बड़ी रैली को संबोधित नहीं किया है।
– मोदी ने अब तक बरेली, बलिया और सहारनपुर में रैली को संबोधित किया है।