जकार्ता, किदांबी श्रीकांत ने रविवार को इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर टूर्नामेंट जीत लिया। वह यह खिताब जीतने वाले भारत के पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले सायना नेहवाल ने दो बार यह खिताब अपने नाम किया है। विश्व के 22वीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने रविवार को खेले गए फाइनल मैच में जापान के काजुमासा साकाई को मात देकर ऐतिहासिक सफलता हासिल की। सेमीफाइनल में विश्व नम्बर-1 दक्षिण कोरिया के सोन वान हो को चित करने वाले श्रीकांत ने 47वीं विश्व वरीयता प्राप्त साकाई को केवल 37 मिनट के भीतर सीधे गेमों में 21-11, 21-19 से मात देकर खिताबी जीत हासिल की।
उनसे पहले सायना नेहवाल महिला एकल में दो बार 2010 और 2012 में यह खिताब जीत चुकी हैं। उनकी इस जीत पर भारतीय बैडमिंटन संघ ने उन्हें बधाई दी है और पांच लाख रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है। साथ ही उनकी इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा, श्रीकांत को जीत की बधाई। इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर टूनार्मेंट में हम आपकी खिताबी जीत से बेहद खुश हैं। बीएआई के अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, श्रीकांत को इंडोनेशिया में खिताबी जीत हासिल करते देखना देश के लिए जश्न मनाने का समय है।
मैंने इस शानदार जीत पर बधाई देने के लिए श्रीकांत को फोन किया। उन्होंने एक बार फिर देश के गौरवांन्वित किया है और मैं आश्वस्त हूं कि वह भविष्य में ऐसा शानदार प्रदर्शन जारी रखेंगे। इस मैच में के पहले गेम में साकाई ने एक समय पर अच्छी टक्कर देते हुए श्रीकांत के स्कोर की 8-9 से बराबरी करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद लगातार चार अंक अपनी झोली में डाले। इस बीच, साकाई एक अंक हासिल कर पाए, लेकिन श्रीकांत ने छह अंक हासिल करते हुए स्कोर 19-9 कर दिया और बढ़त को कायम रखते हुए 21-11 से पहला गेम जीता।
दूसरे गेम में क्वालीफायर से फाइनल तक का रास्ता तय करने वाले साकाई ने श्रीकांत को अच्छी टक्कर दी। साकाई ने पहला अंक लेते हुए अपनी बढ़त को कायम रखा और 12-6 से श्रीकांत से आगे निकल गए। श्रीकांत ने लगातार चार अंक हासिल किए और स्कोर 12-10 किया। यहां से श्रीकांत ने गेम में वापसी की और साकाई के साथ 19-19 से बराबरी की। इस मौके पर भारतीय खिलाड़ी ने बिना कोई चूक किए दो अंक हासिल किए और 21-19 से दूसरे गेम को अपने नाम करने के साथ ही खिताब पर कब्जा जमाया।
इससे पहले, श्रीकांत ने टूनार्मेंट के दूसरे दौर में नौंवीं विश्व वरीयता प्राप्त डेनमार्क के बैडमिंटन खिलाड़ी जान ओ जोगेर्सेन को मात देकर क्वार्टर फाइनल में कदम रखा था। महिला एकल के फाइनल में जापान की सायाका साटो ने दक्षिण कोरिया की सुंग जी ह्यून को एक घंटे 18 मिनट तक चले मुकाबले में 21-13, 17-21, 21-14 से मात दी। महिला युगल में चीन की चेन क्विंगचेन और जिया यिफान की जोड़ी ने दक्षिण कोरिया की चांग ये ना और ली सो ही को जोड़ी को 21-19, 15-21, 21-10 से मात दी।