लखनऊ, यूपी का एक निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बौद्ध कला पर आधारित होगा। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बौद्ध कला पर आधारित होगा और यहां से जल्द ही उड़ान शुरू हो जायेगी।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर ए0 के0 द्विवेदी ने बताया कि कुशीनगर में निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा बौद्ध कला पर आधारित होगा और यहां से जल्द ही उड़ान शुरू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट से उड़ान जल्द शुरू कराना उनकी प्राथमिकता में है।
उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर सिविल, इलेक्ट्रिकल समेत अन्य काम कराने वाली कार्यदायी संस्थाओं समेत राइटस कंपनी को निर्धारित समय में काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। सभी ने रफ्तार तेज कर दी। उन्होने बताया कि नवंबर तक उड़ान शुरू हो जाए, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अधूरे कार्यों को तेजी से पूरा कराया जा रहा है। हालांकि बरसात की वजह से काम प्रभावित है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि अगले दो महीने में काफी हद तक काम पूरा करा लिया जाएगा।
श्री द्विवेदी ने बताया कि एयरपोर्ट पर चल रहे निर्माण कार्यों में एटीसी बिल्डिंग, फायर बिल्डिंग, रनवे का काम, यूजी टैंक, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, पुलिस स्टेशन, बाउंड्रीवाल से लेकर रनवे तक बनकर तैयार है। रनवे व बाउंड्रीवाल के किनारे लाइटिंग का काम करा रही रिवाइंडर एंड टेक्नो इलेक्ट्रिकल ने भी काम तेज कर दिया है।
उन्होंने बताया कि डिजाइन पुराना टर्मिनल बिल्डिंग को अपग्रेड कर रही समता इंटरप्राइजेज भी तेजी से काम करा रही है। बिल्डिंग को सारी सुविधाओं से पूरी तरह सुसज्जित कराया जा रहा है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी गोरखपुर के डायरेक्टर ए के द्विवेदी ने बताया कि पुराने टर्मिनल बिल्डिंग का जिर्णोद्घार किया जा रहा है। एयरपोर्ट तक आने वाली सड़क का भी निर्माण कराया जाना है। जल्दी ही सभी काम पूरा हो जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कुशीनगर के नए टर्मिनल बिल्डिंग के लिए टेंडर हो चुका है। उन्होंने बताया कि 2600 वर्गमीटर क्षेत्रफल में टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण का काम अगले महीने शुरू हो जाएगा। इसकी डिजाइन बौद्ध स्थापत्य कला पर आधारित होगी। अंतराष्ट्रीय उड़ान का कोई शेडयूल अभी तय नहीं है। लेकिन घरेलू उड़ान के लिए प्रयास चल रहा है। काम जल्द पूरा हो इसके लिए डीजीएम सिविल व एजीएम की तैनात कर दी गई है।