ब्राह्मण विरोधी है भाजपा सरकार: अखिलेश यादव

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विपक्ष और खासकर ब्राह्मणों के खिलाफ राजनीतिक दुर्भावना से फैसले लेती है।
अखिलेश यादव ने बुधवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पीडीए में ब्राह्मण भी शामिल हैं। पीडीए में हर पीड़ित शोषित शामिल है। हम सब मिलकर 2027 में भाजपा सरकार को हटाने का काम करेंगे। भाजपा के हटने पर ही लोग खुशहाल होंगे और उन्हें अन्याय, अत्याचार से छुटकारा मिल सकेगा।
उन्होने कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए भारत सरकार के हर फैसले का सपा साथ देगी। सपा का कहना है कि जड़ पर वार कीजिए उसको खत्म कीजिए। जब जड़ पर हमला होगा तो टहनियां अपने आप समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी नई दिल्ली में होने वाली सर्वदलीय बैठक में अपनी राय रखेगी। भाजपा को आतंकवाद से और सख्ती से मुकाबला करना होगा। यह बहुत संवेदनशील मामला है। हमारी फौज पूरी तरह सक्षम है मुंहतोड़ जवाब देने के लिए। सजग रहने से ही सीमा की सुरक्षा हो सकती है। इसमें कोई चूक स्वीकार्य नहीं होगी। हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है। उसकी वजह से हम सुरक्षित हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय और अत्याचार चरम पर है। भाजपा वोट के लिए कुछ भी कर सकती है। भाजपा सरकार में दो डिप्टी चीफ मिनिस्टर हैं। इनको न हाता भाता है न तिलक लुभाता है।
इस अवसर पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि भाजपा जाति विशेष की सरकार है। वह समाज का नियंता है। ब्राह्मण अब 2027 में भाजपा को हटाकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाएगा। पूर्व सांसद कुशल तिवारी भीष्म तिवारी ने कहा कि समाजवादी विधारधारा पर संकट हैं हम किसी किस्म का दबाव बर्दाश्त नहीं करेंगे। अभी एक वर्ष का समय है। हम भाजपा के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाएंगे। तभी 2027 में हमारा मान सम्मान वापस आएगा।
पूर्व मंत्री पवन पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मणों पर लगातार अत्याचार हो रहा है। अभी हत्याएं हो रही है। कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने तमाम घटनाएं गिनाईं और कहा कि अब हमें मिलकर भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है। कार्यक्रम में शिवपाल सिंह यादव, माता प्रसाद पाण्डेय, अवधेश प्रसाद, राजेन्द्र चौधरी, श्यामलाल पाल, अभिषेक मिश्र, कुशल तिवारी, गणेश शंकर पाण्डेय, संतोष पाण्डेय, यासर शाह आदि प्रमुख नेता उपस्थित रहे।