दरअसल प्लैट तलाकशुदा हैं और अपनी दोनों बेटियों साथ अकेले रहता हैं।
जॉन का कहना है कि, “मेरे बच्चों की पढ़ाई बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन उन्हें खुश रखने का जिम्मा भी मेरा ही है।
यदि मुझे लगता है कि मैं उन्हें छुट्टी पर ले जाकर उनके लिए कुछ अच्छा कर सकता हूं, वह भी उन 17 लोगों के साथ, जो उन्हें इस दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करते हैं, तो मैं यही करूंगा। यदि मुझे लगता कि इससे मेरे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी तो मैं उन्हें नहीं ले जाता।”
क्या है मामला
जॉन स्कूली सत्रकाल के दौरान अप्रैल में अपनी सात साल की बेटी को डिज्नी वर्ल्ड की आठ दिन की यात्रा पर लेकर गए थे। स्कूली सत्रकाल के दौरान छुट्टियां लेने पर ब्रिटेन सरकार ने जॉन पर 120 पाउंड का जुर्माना लगाया था।
44 वर्षीय जॉन ने तर्क दिया कि छुट्टी पर जाने से पहले उनकी बेटी की स्कूल में हाजिरी का रिकॉर्ड बताता है कि उन्होंने एजुकेशन एक्ट के प्रावधानों के अनुरूप उसे नियमित रूप से स्कूल भेजने का अपना कानूनी दायित्व निभाया है।
जॉन के इस मामले की सुनवाई इस सप्ताह होना थी लेकिन जजों ने अभियोजन रोकते हुए कहा कि इस मामले में सुनवाई की जरूरत नहीं है और इसके साथ ही जुर्माना भी हटा दिया गया।
खबरों की माने तो ब्रिटेन में शिक्षा कानून के अनुसार, यदि एक साल में एक सप्ताह के लिए भी बच्चा छुट्टी लेता है तो इसका अर्थ यह है कि बच्चे की अच्छे जीसीएसई (जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन) ग्रेड हासिल करने की संभावनाएं कम हो जाती हैं।
इसलिए उसे स्कूली सत्रकाल के दौरान छुट्टियों पर ले जाना दंडनीय माना गया है।