कानपुर , उत्तर प्रदेश पर मेहरबान मानसून से सरकार और किसान भले ही उत्साहित हों मगर जल विभाग के लापरवाह रवैये से औद्योगिक नगरी कानपुर का एक बड़ा हिस्सा बारिश के कारण पिछले एक सप्ताह से भीषण जलसंकट का सामना करने को विवश है।
शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित दबौलीएगुजैनीएबर्रा और रतनलालनगर मोहल्ले के करीब 60 हजार उपभोक्ता पिछले एक सप्ताह से बूंद बूंद पानी को मोहताज है। भीषण जलसंकट के बावजूद जल संस्थान के अधिकारी कान मे तेल डाले बैठे हैें। उनका कहना है कि बारिश के कारण नहर और नाले ओवर फ्लो हो गये है जिस कारण गुजैनी वाटर वर्क्स बाढ के पानी में समा गया और वहां पानी की आपूर्ति करने वाली मोटरें पानी में डूबी हुयी है।
अधिकारियों का तर्क है कि बारिश थमने के बाद बाढ का पानी वाटर वर्क्स से हटने लगा है जिसके बाद मोटरों को दुरूस्त करने के लिये भेजा गया हैे। हालांकि पानी की आपूर्ति को सामान्य होने में कम से कम तीन दिन और लगेंगे। जलसंस्थान के महाप्रबंधक संजय सिन्हा ने इस बाबत यूनीवार्ता को बताया कि दशकों बाद शहर में ऐसी भीषण बरसात हुयी है जिस कारण पांडु नदी से सटी नहर ओवर फ्लो हो गयी और उधर गंदा नाले का पानी में नहर मे समाहित हो गया। जिसके चलते यह पानी गुजैनी वाटर वर्क्स मे प्रवेश कर गया। हालांकि माैके पर मौजूद कर्मचारियों ने आनन फानन दो मोटरों को खोल कर सुरक्षित कर लिया मगर इलेक्ट्रिक पैनल और अन्य मोटरे पानी मे डूब गयी।