प्रयागराज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रयागराज में महाकुंभ-25 की तैयारियों काे लेकर वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को दिव्य, भव्य, हरित, स्वच्छ और सुरक्षित महाकुंभ आयोजित कराने के लिए जरुरी दिशा-निर्देश दिये।
बैठक के बाद सीएम ने सर्किट हाउस में पौधरोपण भी किया। इसके बाद उन्होंने संगम किनारे स्थित लेटे हनुमान जी के मंदिर में पूजा अर्चना की। अंत में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के आवास पहुंचे और नवविवाहित मंत्री के बेटे और बहू को आशीर्वाद दिया।
सर्किट हाउस में योगी के सामने कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। इसके बाद तैयारियों को लेकर अलग-अलग विभागों ने अपने कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होने महाकुंभ को भव्य और दिव्य कराने के साथ स्वच्छ ,सुरक्षित और हरित स्वरूप देने के निर्देश दिये।
उन्होंने महाकुंभ में ड्यूटी करने वाले सभी कर्मियों को नेमप्लेट और यूनिकोड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही ट्रेनिंग को समय पर पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि हरित महाकुंभ के मद्देनजर कुंभ क्षेत्र में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक होनी चाहिये। इतना ही नहीं उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी कार्य गुणवत्ता के साथ समय पर पूरे कर लिये जाएं।
इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्हाेंने अक्टूबर तक सभी कार्य पूरा करने के आदेश दिये। इसके अलावा सीएम ने कहा कि संगम के नाविकों को लाइफ जैकेट और उनकी ट्रेनिंग समय से पूरी की जाए। वहीं जैकेट की खरीद के लिए ऑनलाइन रेट की जानकारी भी उन्हें दी जाए। मेला क्षेत्र के अंदर सभी प्रमुख भाषाओं में साइनेज लगाए जाएं। शहर और कुंभ क्षेत्र में लगी होर्डिंग्स को हटाकर उनके स्थान पर डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाए। शहर में निजी भवनों पर लगे होर्डिंग्स को हटाकर वहां डिसप्ले बोर्ड लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के आयोजन से जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स, साधु संतों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों और सभी संस्थाओं के साथ बेहतर तालमेल बनाकर उनसे सतत संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए।
योगी ने सर्किट हाउस में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने और जनप्रतिनिधियों को समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्हाेंने जनप्रतिनिधियों से अपने क्षेत्रों में जनता से संवाद करने के भी निर्देश दिये।