लखनऊ, केन्द्र सरकार के नोटबन्दी के निर्णय के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाये पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अाज ने कहा कि नोटबन्दी का फैसला कुछ लोगाें को पहले से ही मालूम था। अगर ऐसा नहीं था तो उत्तर प्रदेश और गुजरात के एक-एक अखबार में आठ नवम्बर के पहले ही यह खबर कैसे छप गयी थी। उनका कहना था कि भाजपा, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस), विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) और कुछ संगठनों को रुपया भेजने के बाद यह निर्णय लागू किया गया।
उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के अचानक सहयोग मिल जाने से उत्साहित सुश्री बनर्जी ने कहा “ प्रधानमंत्री ने तानाशाही पूर्ण रवैय्या अपनाते हुये देश की 125 करोड जनता को पाई पाई के लिये मोहताज कर दिया है। लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलती है। नोटबन्दी को लागू करने के लिए काला कानून लाया गया। काली इमरजेंसी लगायी गयी। इसे अघोषित आपातकाल भी कह सकते हैं।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा “ अपने देश की परम्परा है कि बंगाल का आदमी मुम्बई, बिहार का आदमी दिल्ली, यूपी का मुम्बई, असम का कोलकाता जैसे बडे शहरों में काम करने के लिए जाता ही है। काम लगभग बन्द है और मजदूर वापस हो रहे हैं। बच्चों का भविष्य छीन लिया गया है। आम जनता को आजादी चाहिए। हमारा मुल्क संविधान से चलता है। हमारा संविधान सही है लेकिन प्रधानमंत्री तानाशाही रवैये से देश चलाना चाहते हैं। बैंक से 2000 रुपये का नोट लेकर सामान लेने जाओ तो छुट्टा ही नहीं मिलता। लोग परेशान हैं, ऐसी जिन्दगी नहीं चलती। ”
सुश्री बनर्जी ने कहा, “ नोटबन्दी से लोग परेशान हैं। मार्केट, दुकान और खेती का काम मन्दा हो गया है। बैंकों के बाहर लम्बी लाइन लगी है। श्री मोदी ने लोगों का भविष्य छीना है। केन्द्र सरकार ने चुनाव के मद्देनजर यह फैसला लिया है। नोटबन्दी से केवल प्रधानमंत्री के ही अच्छे दिन आये हैं। आम जनता तो दर-दर भटक रही है। उनका कहना था कि एक हजार रुपये नोट से ब्लैक मनी हो सकती है तो दो हजार रुपये के नोट से क्यों नहीं। ”
तृणमूल नेता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अच्छा रहने का आशीर्वाद दिया और कहा कि जब तक वह जनता की बात करेंगे हमारे दिल में रहेंगे। उन्होंने अपने भाषण का समापन ‘मोदी जी की तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी नोटबन्दी वापस लो, नारे से किया।
मंच पर सुश्री बनर्जी की अगवानी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अभियन्त्रण मंत्री अरविन्द सिंह गोप ने किया। मंच पर अखिलेश यादव मंत्रिमण्डल के सदस्य तेज नारायण उर्फ पवन पाण्डेय, राजीव कुमार सिंह, विधान परिषद सदस्य लीलावती कुशवाहा समेत सपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।