भाजपा कार्यकारिणी का समापन -छाये रहे नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे

bjp-national-executive-meeting-began-a-key-issue-will-notbandiनयी दिल्ली , नोटबंदी के एेतिहासिक कदम के बाद आैर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी;भाजपाद्ध की आज यहां सम्पन्न दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नोटबंदी ए सर्जिकल स्ट्राइक और गरीबों के उत्थान का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के समापन भाषण के साथ यह अहम बैठक सम्पन्न हो गयी । श्री मोदी ने अपने भाषण में यह स्पष्ट कर दिया कि भ्रष्टाचार समाप्त करके गरीबों का जीवन स्तर सुधारना उनकी सरकार की प्राथमिकता है । श्री मोदी ने कहा कि गरीब देश के गरीबों ने नोटबंदी के फैसले को स्वीकार किया है । उन्होंने सभी दलों से राजनीतिक सुधार और चुनावी चंदे में पारदर्शिता लाने के लिए आम राय बनाने की अपील भी की ।
बैठक में राजनीतिक दलों से चुनाव सुधार के लिए आगे आने और लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव साथ.साथ कराने पर आम राय कायम करने की अपील की गयी । इस दौरान पार्टी ने चुनाव सुधार पर दो समितियां भी गठित की ।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने उद्घाटन भाषण में नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक को ऐतिहासिक आैर साहसिक कदम बताया और कहा कि दोनों ही मुद्दों पर विपक्ष बेनकाब हो गया है । मोदी सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वह गरीबों के कल्याण और देश काे आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है ।
सम्मेलन में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी विचार किया गया और कार्यकर्ताओं का बूथ स्तर पर प्रभावी तरीके से काम करने का आह्वान किया गया ।
सम्मेलन में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव भी पारित किये गये । वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आर्थिक प्रस्ताव और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया ।
राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि यदि पाकिस्तान आतंकवादी हमले जारी रखता है तो दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई फिर की जा सकती है । आतंकवाद को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा गया कि वे लोकतंत्र और जनविरोधी हैं । कांग्रेस के नेतृत्व में इन दलों ने संसद के शीतकालीन सत्र को बेवजह बाधित किया । इसमें पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा गया कि वहां भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले बढ़ रहे हैं आैर राजनीतिक दलों के लिए कामकाज करना मुश्किल हाे गया है ।
आर्थिक प्रस्ताव में नोटबंदी और कालेधन पर सरकार के प्रयासों की सराहना की गयी और इसके लिए मोदी की प्रशंसा की गयी । कालेधन पर कदम उठाकर सरकार ने अपने चुनावी वादे को पूरा किया है । इन कदमों से भष्टाचार पर अंकुश लगाने में मदद मिली है ।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की आय दोगुनी करने पर अपनी प्रस्तुति दी जबकि केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने डिजिटल अर्थव्यवस्था के फायदों पर विस्तार से चर्चा की । पार्टी के सुशासन प्रकोष्ठ ने अपनी प्रस्तुति में दावा किया कि भाजपा शासित राज्यों की सरकारें अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर काम कर रही हैं ।

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