पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में समाजवादी पार्टी (सपा) जिला पंचायत पद के लिए बनाये गये प्रत्याशी स्वामी प्रवक्तानंद उर्फ़ जयद्रथ के पुनः भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में वापस आने पर मंगलवार को नाम वापस लेने के बाद भाजपा प्रत्याशी डा0 दलजीत कौर जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई और उनकी जीत की औपचारिक घोषणा ही शेष रह गई है।
श्री स्वामी के सपा में जाने से ऐसा माना जा रहा था कि सपा का पलड़ा भारी है और सपा नेता भी आत्मविश्वास से लवरेज थे। भाजपा की पूरी टीम गोटियां बिछाने में लग गई थी। आज जो हुआ वो संभवतः उसी रणनीति का हिस्सा था। नाम वापसी के अंतिम दिन आज भाजपा का मंगल हो गया। इससे सपा खेमे में मायूसी है।
हाल ही में भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रवक्ता नंद को सपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया था। प्रवक्ता नंद सपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन भी दर्ज करा चुके थे। सपा की तरफ से भाजपा उम्मीदवार डॉ. दलजीत कौर के खिलाफ आपत्ति भी दाखिल की गई थी। हालांकि आपत्ति को प्रशासन ने मौखिक बायन जारी कर खारिज कर दिया था।
कल तक दोनों पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार जिताने के लिए गोटियां बिछाने में लगी थी। आज जो हुआ उसने सभी को अचंभित कर दिया। सपा उम्मीदवार स्वामी प्रवक्ता नंद बड़े काफिले के साथ कलेक्ट्रेट में नाम वापस लेने पहुंच गए। उनके साथ भाजपा शहर विधायक संजय सिंह गंगवार और भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप समेत तमाम अन्य नेता मौजूद थे।
स्वामी प्रवक्ता नंद ने उम्मीदवारी से नाम वापस लेने पर सपा नेता हक्का-बक्का रह गये। जिस बागी भाजपा नेता को सपा ने अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया था, ऐन मौके पर वह घर वापसी कर गया। लोग इसे भाजपा का राजनीतिक स्टंट मानकर चल रहे हैं।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद वरुण गांधी के खासम खास माने जाने वाले स्वामी प्रवक्ता नंद ने पार्टी में पिछड़ों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए भाजपा को छोड़ सपा का दामन थाम लिया था लेकिन वह पुन: भाजपा में शामिल हो गए और सपा से भरा नामंकनक वापस ले लिया और भाजपा की झोली में जिला पंचायत अध्यक्ष पद चला गया।