लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति ने महिला के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले को भाजपा के इशारे पर की जा रही राजनीतिक साजिश बताया है. उन्होने कहा कि वह आरोप लगाने वाली महिला को नहीं जानते हैं. महिला के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले में गायत्री प्रजापति के खिलाफ उच्चतम न्यायालय ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये हैं.
कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति पर 35 वर्षीय महिला का आरोप है कि जब वह उनसे तीन वर्ष पहले मिली थी तो उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया और कुछ आपत्तिजनक फोटो भी लिए और धमकी दी कि वह इन फोटो को सार्वजनिक कर देंगे. इस धमकी के दम पर गायत्री प्रजापति दो साल तक बलात्कार करते रहे.लमहिला ने कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति पर आरोप लगाया है कि है कि सपा में महत्वपूर्ण पद दिलाने के नाम पर उसने और अन्य लोगों ने दो वर्ष तक लगातार बलात्कार किया. उत्तर प्रदेश पुलिस के एफआईआर दर्ज नहीं करने पर महिला ने अदालत की शरण ली.उच्चतम न्यायालय ने तुरंत एक्शन लेते हुये उत्तर प्रदेश पुलिस को निर्देश दिया है कि वह आठ सप्ताह के भीतर मामले की स्थिति रिपोर्ट दाखिल करें.