भाजपा ने फिर सत्ता में वापसी के लिए की पिछड़ो को साधने की कोशिश

रायपुर ,  छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने लगातार चौथी बार सत्ता में वापसी के लिए टिकट बंटवारे में जनसंख्या के मामले में अहम पिछड़ी जातियों को साधने की पूरी कोशिश की है।

पार्टी ने कल देर शाम घोषित 77 प्रत्याशियों में से 17 टिकट पिछड़े वर्गों को दिया है। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में 29 सीटे अनुसूचित जनजाति एवं 10 सीटे अनसूचित जाति के लिए आरक्षित है। शेष 51 सीटे ही सामान्य उम्मीदवारों के लिए है।पार्टी ने अभी 13 सीटो पर उम्मीदवार घोषित नही किए है। संभावना है कि इसमें भी कुछ सीटे पार्टी पिछड़े वर्गों को और दे सकती है।

घोषित 77 उम्मीदवारों में पार्टी ने पिछड़े वर्गो की आबादी के हिसाब से मानी जाने वाली अहम जाति साहू के 10 उम्मीदवारों को मौका दिया गया है जबकि पिछड़े वर्ग की दूसरी अहम जाति कुर्मी चन्द्राकर के पांच उम्मीदवारों को टिकट दी गई है।पिछडे वर्ग की जाति यादव एवं जायसवाल के भी उम्मीदवारों को एक एक सीट पर मौका दिया गया है।

राज्य में जनसंख्या के हिसाब से किसी एक जाति के रूप से साहू सबसे बड़ी जाति मानी जाती है। इसकी आबादी लगभग 17 प्रतिशत बताई जाती है। पार्टी ने सामाजिक सन्तुलन बरकरार रखने के लिए ऊंची जातियों को भी साधने की कोशिश की है। पार्टी ने चार ब्राम्ह्णएचार अग्रवालएतीन जैनएतीन क्षत्रिय उम्मीदवारों को भी मौका दिया है। हालांकि राज्य में आबादी के हिसाब के इनकी संख्या काफी कम है।

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