उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा सांप्रदायिकता का माहौल बना रही है.राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने आसन के पास आकर नारेबाजी की और ‘यूपी में दंगे की साजिश बंद करो’ जैसे नारे लगाए। जद (एकी) के केसी त्यागी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले सांप्रदायिक माहौल की परिस्थितियां निर्मित की जा रहीं हैं। विपक्षी सदस्यों ने अयोध्या में इस हफ्ते के शुरू में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों से भरे दो ट्रक पहुचंने की खबरों पर चिंता जताई। त्यागी ने कहा कि केवल माहौल बिगाड़ने के लिए इस तरह की गतिविधियां की जा रहीं हैं। उन्होंने खबरों में आए महंत नृत्य गोपाल दास के एक बयान का उल्लेख किया कि मोदी सरकार से संकेत मिल गया है कि मंदिर का निर्माण अब किया जाएगा।अयोध्या मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्य को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.संसद परिसर में बसपा अध्यक्ष मायावती ने पत्रकारों से कहा कि लंबे समय से भाजपा और संघ का यही एजंडा रहा है। लेकिन भारत सरकार को ऐसे लोगों पर रोकथाम लगानी चाहिए। मायावती ने भाजपा से ज्यादा जिम्मेदार अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी को ठहराया और कहा कि अगर स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया जाता है तो सत्तारूढ़ दल होने के नाते सपा जिम्मेदार होगी। उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने दावा किया कि भाजपा और उससे जुड़े संगठन हर विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह के मुद्दे उठाते हैं। उन्होंने कहा कि शिलापूजन हो या रथ यात्रा, भाजपा हर विधानसभा चुनाव से पहले, खासकर उत्तर प्रदेश में, सांप्रदायिक विभाजन करने की कोशिश करती है। जद (एकी)अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि भाजपा हर बार सांप्रदायिक आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश करती है लेकिन इस बार जनता उनकी सोच को समझ गई है।