भाजपा राष्ट्रवादी नहीं, राष्ट्रविवादी पार्टी: अखिलेश यादव

लखनऊ/नोएडा,  समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर राष्ट्रवाद के नाम पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी नहीं, बल्कि राष्ट्रविवादी पार्टी है। उन्होंने कहा कि भाजपा विवाद पैदा करती है और लोगों को आपस में भिड़ाती है।

बुधवार को नोएडा में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि “वंदे मातरम” आजादी की लड़ाई में एकता और क्रांति का प्रतीक रहा है। हमारे पूर्वजों ने वंदे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद व जय हिंद के नारे के साथ गांधीजी से लेकर सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह समेत तमाम क्रांतिकारियों के मार्ग पर चलते हुए स्वतंत्रता दिलाई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस राष्ट्रीय धरोहर को भी अपने राजनीतिक हितों के लिए उपयोग कर रही है।

अखिलेश यादव ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर एसआईआर के नाम पर एनआरसी लागू करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में एसआईआर प्रक्रिया मताधिकार छीनने का माध्यम बन गई है। समाजवादी पार्टी को अपने पीडीए प्रहरियों और कार्यकर्ताओं के माध्यम से जानकारी मिल रही है कि उत्तर प्रदेश में लगभग पांच करोड़ लोगों को दोबारा फॉर्म भरने पड़ रहे हैं, जिससे उनकी पात्रता पर संदेह खड़ा किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बीएलओ को बिना प्रशिक्षण के भारी दबाव में काम कराया जा रहा है और भाजपा, अधिकारियों के साथ मिलकर पीडीए, गरीबों, किसानों व समाजवादियों के वोट हटवाने की रणनीति में लगी है। अखिलेश ने दावा किया कि मैपिंग का ऐप उस कंपनी ने बनाया है जिसने भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए बड़ी रकम दी है, इसलिए प्रक्रिया की निष्पक्षता संदेह के घेरे में है।

एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए परिवार के घर को “गंगाजल” से धुलवाने की मानसिकता असली जंगलीपन है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं की संख्या छिपाना और सरकारी मुआवजे की जगह ब्लैकमनी देना भी इसी मानसिकता का उदाहरण है।

उन्होंने उत्तर प्रदेश में घुसपैठियों के मुद्दे पर कहा कि यदि सरकार के दावे सही हैं तो भाजपा को अपने 11 वर्ष के केंद्र व 9 वर्ष के प्रदेश शासन पर जवाब देना चाहिए कि उसने क्या किया।

अखिलेश यादव ने कहा कि यदि पीडीए वर्ग मताधिकार से वंचित हुआ तो उनके राशन कार्ड व आरक्षण तक खतरे में पड़ जाएंगे। भाजपा की नीतियों से महंगाई बढ़ी है, रोजगार नहीं मिला है और अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है। इसलिए जनता आने वाले चुनाव में भाजपा को जवाब देगी।

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