लखनऊ, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने बिजनौर में हुई छेड़छाड़ की घटना में मारे गये लोगों पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध तेजी से बढ़ा है। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने बिजनौर में हुई छेड़छाड़ की घटना मारे गये तीन लोगों की मृत्यु पर हार्दिक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने यहां कहा है कि कुछ लोगों द्वारा इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है, जो कि घोर निंदनीय है। संघर्ष में घायल लोगों की समुचित देखभाल बिजनौर के जिला प्रशासन को करना चाहिए, केवल धनराशि दे देने मात्र से सरकार का उत्तरदायित्व पूरा नहीं होता है। डाॅ.अहमद ने कहा कि सपा और भाजपा दोनों का तीन वर्ष का पुराना इतिहास है कि साम्प्रदायिक दंगों की आग में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को झोंककर राजनैतिक रोटियां सेकी थी। साथ ही लोकसभा चुनाव तक उस आग को बुझने न देने का कुत्सित प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही आग बुझ गई और साम्प्रदायिक सौहार्द्र बनना प्रारम्भ हो गया था। अब पुनः प्रदेश विधान सभा चुनाव की चौखट पर इसलिए सूबे की जनता को दोनों ही पार्टियों से सचेत रहने की आवश्यता है। रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा एवं भाजपा शासित प्रदेशों में महिलाओं के प्रति अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। महिला सुरक्षा के प्रति दोनों ही पार्टियों की सरकारें उदासीन है। सरकार का प्रमुख दायित्व शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, मजदूर के हितों की रक्षा और महिला सुरक्षा होना चाहिए, ताकि प्रदेश खुशहाली की ओर बढ़ सके। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार पूरा कार्यकाल पारिवारिक विवादों के निपटारे करने में लगी है। वहीं भाजपा की सरकारें अपना सांप्रदायिक एजेण्डा आगे बढ़ाने में मस्त है। गौरतलब है कि छेड़छाड़ को लेकर शुक्रवार को बिजनौर में सांप्रदायिक बवाल हो गया जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और दर्जनभर लोग घायल हो गये हैं।