लखनऊ, संभल के पीड़ितों को न्याय दिलाने का संकल्प दोहराते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट को नहीं मानने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को कैलाश पर्वत क्यों नहीं दिखायी दे रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा “ मैं संभल जाऊंगा और पीड़ित लोगों की मदद भी करूंगा। हम चाहते हैं कि संभल के लोगों की मदद हो उनको न्याय मिले। उसके लिए हम लगातार लड़ाई लड़ेंगे। लोकसभा, विधानसभा में मामले को उठाएंगे और न्याय दिलाएंगे। भाजपा सरकार संविधान और कानून नहीं मान रही है। प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट कानून नहीं मान रही है। समझ में नहीं आ रहा है कि सरकार क्या खोजना चाहती है। भाजपा सरकार को कैलाश पर्वत क्यों नहीं दिखाई दे रहा है। मानसरोवर नहीं दिखाई दे रहा है। भाजपा से कहिए कि चले मानसरोवर और कैलाश पर्वत की ओर। अगर भाजपा के लोगों में हिम्मत है तो चलें कैलाश और मानसरोवर की ओर हम साथ देंगे।”
उन्होने कहा कि भाजपा कमजोर लोगों पर अन्याय करती है। ये ताकतवर का पैर छूते हैं। ताकतवर के आगे झुक जाते हैं। भाजपा के नकली देश भक्त बताएं कि चीन ने जिस रेजांगला मेमोरियल को तोड़ दिया है, क्या ये लोग उसी जगह पर बनवाएंगे। भाजपा के लोग चीन के खिलाफ नहीं बोलते हैं, चीन के खिलाफ बोलने की उनकी हिम्मत नहीं पड़ती है। भाजपा के पास देश के बड़े सवालों का जवाब नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा में लखनऊ और दिल्ली की लड़ाई है। इसमें देश का भाईचारा, गंगा-जमुनी तहजीब पिस रही है। लखनऊ की सत्ता में बैठे भाजपा के लोग दिल्ली का रास्ता तलाश रहे हैं। दिल्ली की सत्ता में बैठे भाजपा के लोग जिस रास्ते से सत्ता तक पहुंचे है, लखनऊ वाले भी वहीं फार्मूला खोज रहे हैं। भाजपा सरकार संभल में अन्याय कर रही है। सरकार लोगों को डराना चाहती है। संभल के लोगों के दुख दर्द में नहीं जाने देना चाहती है। भाजपा सरकार की नीयत ठीक नहीं है।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार संभल में सच को छिपाना चाहती है। विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय और प्रतिनिधिमण्डल को संभल नहीं जाने दिया। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को भी संभल नहीं जाने दिया। संभल की घटना में जिन पीड़ित दुखी लोगों को सरकार ने झूठे मुकदमें लगाकर जेल में बंद किया है। सपा का प्रतिनिधिमंडल उनका दुःख तकलीफ पूछने जेल में मिलने चला गया तो सरकार ने जेलर को निलम्बित कर दिया। सरकार अन्याय कर रही है। हम चाहते हैं सरकार हमारी बात सुने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें लेकिन यह सरकार हमारी बात नहीं सुनना चाहती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री को डीएनए जैसी बात शोभा नहीं देता है। भगवा पहनकर उन्हें इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्या वे वैज्ञानिक है जो डीएनए की बात करते है, लेकिन फिर भी अगर मुख्यमंत्री डीएनए की बात करते है तो हम सभी अपना डीएनए चेक कराना चाहते है। मुख्यमंत्री भी अपना डीएनए चेक करा ले।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार की कोई योजना ठीक से नहीं चल रही है। भ्रष्टाचार चरम पर हैं, सरकार पूरी तरह नाकाम है। इतना भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं हुआ, जितना इस सरकार में है। पूरी सरकार झूठ और लूट पर चल रही है।