लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में सात साल के भाजपा सरकार में कानून का राज जैसा कुछ भी नहीं रह गया है।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री पुलिस बल को आधुनिक बनाने का दावा भले पेश करे पर हकीकत में यह दिखावे से अधिक कुछ नहीं। जिस भाजपा सरकार ने समाजवादी सरकार के समय अत्याधुनिक पुलिस रिस्पांस सिस्टम को बदले की भावना से ध्वस्त कर दिया उससे पुलिस बल को तकनीकी रूप से स्मार्ट, दक्ष एवं सक्षम बनाने की क्या उम्मीद की जा सकती है? मुख्यमंत्री जी का अपराध नियंत्रण का दावा झूठा साबित हो चुका है। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। अपराधी बेलगाम है। दिनदहाड़े गोलियां चल रही है। हत्याएं हो रही है। अराजकता चरम पर है। भाजपा सरकार कानून व्यवस्था सम्हालने में विफल है। भाजपा के कार्यकर्ता और नेता अराजकता पर उतारू है। पिछले दिनों बरेली में दो पक्षों के बीच खुलेआम गोलियां तड़तड़ायी। भाजपा सरकार के अन्याय, अत्याचार से जनता त्रस्त है। लोगों में आक्रोश है।
उन्होने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा जनता से बदला लेने पर उतारू है। सरकार का पुलिस पर नियंत्रण नहीं है। फिरोजाबाद में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के बाद जनाक्रोश सड़कों पर आ गया। हालात बेकाबू हो गये। पुलिस-प्रशासन पूरी तरह पंगु दिखाई दिया। मथुरा में छाता के पूर्व चेयरमैन के भाई की गोलीमार कर हत्या कर दी गयी। जरीफनगर में बदमाशों ने पांच वर्षीय मासूम का अपहरण कर लिया। भाजपा सरकार में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पुलिस का आधुनिकीकरण किया गया। पुलिस को नई तकनीकी से लैस किया। न्यूयार्क पुलिस की तर्ज पर डायल 100 सेवा शुरू की। पुलिस विभाग को हजारों की संख्या में आधुनिक गाड़ियां दी थी।
उन्होने कहा कि पुलिस जनता की रक्षक के बजाय भक्षक बन गयी है। निर्दोषों को प्रताड़ित किया जा रहा है। थाने में मौते हो रही है। अपराधी और भाजपाई कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं।