
अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या निवासी महिला की लखनऊ में बलात्कार के बाद संदिग्ध हत्या, अत्यंत पीड़ादायक है। कानून व्यवस्था और महिलाओं के अपराध पर मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस की हवा रोज निकल रही है, बहन, बेटियों की सुरक्षा पर हर दिन खतरा मंडरा रहा है। जबसे प्रदेश में भाजपा की सरकार आयी है महिलाओं, बेटियों के साथ बड़े पैमाने पर अपराध की घटनाएं हो रही है। अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है। यूपी में दलित, पिछड़ी, अल्पसंख्यक महिलाओं का शोषण चरम पर है।
उन्होने कहा कि जानकारी मिली है कि अयोध्या की महिला वाराणसी साक्षात्कार के लिए गई और अपने भाई के घर लखनऊ आना चाहती थी। आलमबाग बस अड्डा से घर के लिए जब उसने ऑटो किया तब उस महिला के साथ जो-जो हुआ है, पुलिस उसे छिपा रही है। सुनने में आ रहा है महिला के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई है। उस महिला ने पुलिस को जानकारी दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। क्या यहीं सरकार का जीरो टॉलरेंस है। भाजपा के आकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा असुरक्षित महिलाएं और बच्चियां हैं। श्री यादव ने मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, सरकार पीड़िता के परिजनों को मुआवजा दे। इसके पहले प्रयागराज में छात्रा के साथ जघन्य अपराध की घटना हुई। अपराधियों ने छात्रा की हत्या कर पेड़ से लटका दिया था। बीएचयू कैम्पस में बेटी के साथ दुष्कर्म करने वाले भाजपा के लोग थे। उनकी तस्वीरे मुख्यमंत्री के साथ है। बेटी को न्याय नहीं मिला।
उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर सरकार के सारे दावे झूठे हैं। बहन-बेटी और उनके परिजनों में डर का माहौल है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई।
अखिलेश यादव ने कहा कि बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, हर विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार, हर जिले में हो रही अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालने के लिए भाजपा नए-नए मुद्दे उछालती है। बरेली में डीएसपी का घर जला दिया गया। गाड़ी फूंक दी गयी। भ्रष्टाचार चरम पर है। वाराणसी में जेल के बड़े अधिकारी ने छोटे अधिकारी को डराया, धमकाया। छेड़खानी की। ये सब घटनाएं प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र में हो रही है। प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है। अन्याय, अत्याचार चरम पर है।