भारतीय एवं विश्व इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं निम्न प्रकार

नयी दिल्ली, भारतीय एवं विश्व इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं निम्न हैं:-

1517 – दिल्ली के शासक सिकंदर लोधी द्वितीय का निधन।

1872 – कवि और स्वतंत्रता सेनानी केसरी सिंह बारहट का जन्म।

1877 – प्रसिद्ध वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने विश्व के सामने पहला फोनोग्राफ पेश किया।

1906 – चीन ने अफीम के व्यापार पर रोक लगाई।

1921 – प्रिंस ऑफ वेल्स (सम्राट एडवर्ड अष्टम) बाँबे (अब मुंबई) पहुंचे और कांग्रेस ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया।

1938 – हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री और नर्तकी हेलन का जन्म।

1947 – आजादी के बाद देश में पहली बार डाक टिकट जारी किया गया।

1956 – एक प्रस्ताव लाकर शिक्षक दिवस को स्वीकृति दी गई थी।

1962 – भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान चीन ने संघर्षविराम का ऐलान किया।

1963 – केरल के थुंबा क्षेत्र से रॉकेट छोड़े जाने के साथ ही भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम शुरु हुआ। भारत ने ‘नाइक-अपाचे’ नामक पहला रॉकेट छोड़ा।

1970 – चंद्रशेखर वेंकट रामन का निधन। वह भारतीय वैज्ञानिक थे।

1979 – मक्का में काबा मस्जिद पर मुस्लिम उग्रवादियों का अधिकार।

1986 – मध्य अफ्रीकी गणराज्य नेे संविधान अंगीकार किया।

1999 – चीन द्वारा अपने प्रथम मानव रहित अंतरिक्ष यान ‘शेनझू’ का प्रक्षेपण किया गया।

2001 – संयुक्त राष्ट्र ने अफ़ग़ानिस्तान में अंतरिम प्रशासन के गठन का प्रस्ताव रखा।

2002 – मुस्लिम लीग (कायदे आजम) के नेता जफ़रउल्ला ख़ान जमाली पाकिस्तान के प्रधानमंत्री निर्वाचित।

बुल्गारिया. इस्तोनिया, लातविया, लिथुआनिया ,रोमानिया,स्लोवाकिया और स्लेवानिया को नाटो ने संगठन का सदस्य बनने का निमंंत्रण दिया।

2005 – श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने पूर्व प्रधानमंत्री रत्नसिरी विक्रमनायके को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया।

2006 – भारत और चीन ने नागरिक परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में साझा सहयोग बढ़ाने का फैसला किया।

2007 – पैप्सिको चैयरमैन इंदिरा नूई को अमेरिकी इंडियन बिजनेस काउंसिल के निदेशक मंडल में शामिल किया गया।

2019 : महिन्दा राजपक्षे ने तीसरी बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।

2021 – गुरमीत बावा का निधन। वह प्रसिद्ध भारतीय पंजाबी गायिका थीं।

2021- भारत के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुकांत कदम ने युगांडा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता, जबकि प्रमोद भगत के नाम तीन रजत पदक रहे।

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