नयी दिल्ली, भारतीय तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने कहा है कि सहायक फिजियो योगेश परमार के कोविड पॉज़िटिव पाए जाने के बाद पूरी टीम संक्रमित होने के ख़्याल को लेकर काफ़ी भयभीत थी। ठाकुर ने कहा कि फ़ीजियो लगभग सभी खिलाड़ियों के साथ संपर्क में थे और जब वह पॉज़िटिव पाए गए तो पूरी टीम में भय का माहौल था।
ठाकुर ने एक अंग्रेजी समाचारपत्र से कहा, “हम इस बात से चिंतित थे कि क्या होगा, कौन संक्रमित होगा? क्योंकि परमार ने सभी का इलाज किया था। हमें नहीं पता था कि चीजें आगे कैसे बढ़ेंगी क्योंकि इस संक्रमण को ट्रैक करना असंभव के करीब है। अगले चार-पांच दिन हमारे लिए असुरक्षित था क्योंकि डर था कि यह मेरे साथ भी हो सकता है या यह किसी को भी हो सकता है। हर कोई अपने और अपने परिवार के बारे में चिंतित था।”
भारत टीम के बायो बबल में कोविड 19 के प्रकोप के मद्देनज़र मैनचेस्टर में पांचवां और अंतिम टेस्ट अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। 10 सितंबर को निर्धारित टॉस के समय से कुछ घंटे पहले ख़बर आई थी कि परमार का कोविड 19 टेस्ट सकारात्मक आया है। चौथे टेस्ट के बाद परमार को ज़्यादा काम करना पड़ रहा था क्योंकि द ओवल में भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री के करीबी संपर्क के रूप में पहचाने जाने के बाद टीम के प्रमुख फिजियो नितिन पटेल आइसोलेशन में थे। वहीं गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण, क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर भी उस समय पर कोविड पॉज़िटिव पाए गए थे।
पांचवें टेस्ट के स्थगित होने से पहले ठाकुर गेंद और बल्ले के साथ शानदार प्रदर्शन कर रहे थे और भारतीय टीम श्रृंखला में 2-1 से आगे थी। ओवल में ठाकुर की दो अर्धशतकीय पारियों के चलते भारत उस मैच को 157 रनों से जीतने में कामयाब रहा था।