नई दिल्ली, भारत की पुरुष और महिला थ्रोबॉल टीम ने नेपाल के काठमांडू में आयोजित हुए वल्र्ड गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम सोमवार को इन खेलों में हिस्सा लेने के बाद घर लौटी है। इन खेलों का आयोजन 15 से 18 जून के बीच हुआ था। भारतीय पुरुष और महिला थ्रोबॉल टीम ने पहली बार इन खेलों में हिस्सा लिया था और पहली बार में ही उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
अंतर्राष्ट्रीय खेल परिषद द्वारा आयोजित इन वल्र्ड गेम्स में 42 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था, जिसमें कुश्ती, बैडमिंटन, एथलेटिक्स, फुटबॉल, कबड्डी आदि प्रमुख हैं। भारतीय थ्रोबॉल संघ के महासचिव नरेश मान ने कहा, मैं स्वर्ण पदक जीतने पर भारतीय पुरुष और महिला टीम को बधाई देता हूं। इन खिलाड़ियों ने वल्र्ड गेम्स में पदक जीतने के लिए पिछले वर्ष साल से ही कड़ी मेहनत शुरू कर दी थी। मुझे उम्मीद है ये खिलाड़ी आगे भी भारत का नाम रोशन करते रहेंगे।
भारतीय पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में मलेशिया को 15-09, 15-10 के स्कोर से हराकर फाइनल में जगह बनाई। इसके बाद भारतीय टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए फाइनल में बांग्लादेश को 15-13, 15-12 के स्कोर से रोमांचक मुकाबले में हराकर स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा, भारतीय महिला टीम ने सेमीफाइनल में मलेशिया को 15-10, 15-11 से हराकर फाइनल में पहुंची। फिर फाइनल में भारतीय लड़कियों ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 15-13, 15-12 से मात देकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।