नई दिल्ली, पाकिस्तान में एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर बंदूक का डर दिखाकर शादी के लिए मजबूर की गई भारतीय महिला आज स्वदेश लौट आई। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने भारत भेजे जाने की उसकी याचिका को स्वीकार कर लिया था और पुलिस को उसे वाघा बार्डर तक छोड़ने के आदेश दिए थे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उज्मा की वापसी का स्वागत करते हुए उसे भारत की बेटी बताया।
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स्वराज ने ट्वीट कर कहा, जो आप पर बीती, उसके लिए मुझे दुख है। भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के साथ उज्मा ने अमृतसर के नजदीक आज सुबह वाघा बार्डर पार किया। बीस वर्षीय उज्मा नई दिल्ली की रहने वाली है। वह इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान गई थी। उसने पाकिस्तानी व्यक्ति ताहिर अली पर तीन मई को जबरन निकाह करने का आरोप लगाया।
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खबरों के अनुसार वह अली से मलेशिया में मिली थी और दोनों को प्यार हो गया था। उज्मा ने 12 मई को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर उसे तुरंत घर जाने की अनुमति देने का आग्रह किया था और कहा था कि उसकी पहली शादी से हुई बेटी भारत में है और थैलीसीमिया से पीड़ित है।
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अदालत ने उसके आव्रजन दस्तावेज भी लौटा दिए थे जो अली ने ले लिए थे और अदालत के निर्देश के बाद उसने दस्तावेज लौटा दिए थे। अली पर बंदूक का डर दिखाकर शादी करने का आरोप लगाने के बाद वह इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में रह रही थी।
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