देहरादून, उत्तराखंड के देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी की दीक्षांत परेड में शनिवार को 30 विदेशी कैडेट सहित 344 जैंटिलमैन कैडिटों ने सफलतापूर्वक अपना पठ्यक्रम पूरा किया।
केन्द्रीय कमान के लैफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी से प्रशिक्षित कैडटों को शुभकामनएं दी और कहा कि संस्थान के उत्कृष्ठ पाठ्क्रम, कठोर परिश्रम और अनुशासन से देश को सर्वोत्तम कैडेट प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश के सामने वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए केवल मानसिक और शारीरिक शक्ति की ही आवश्यकता नहीं है, बल्कि सैन्य अधिकारियों में सामरिक और रणनीतिक कौशल विकसित करने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थिति में सैन्य नेतृत्व को उन्नत तकनीकी के कौशल उपयोग में भी प्रवीणता हासिल करनी होगी!
सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई। “भारत माता तेरी कसम , तेरे रक्षक बनेंगे हम” गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। जेंटलमैन कैडेटों एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक नागरिक के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग एवं ओथ सेरेमनी में भाग लेने के बाद सभी जेंटलमैन कैडेट सेना में अफसर बन गए हैं।
इस अवसर पर श्री पवन कुमार (स्वार्ड आफ ऑनर), श्री पवन कुमार (स्वर्ण पदक), श्री जगजीत सिंह (रजत पदक), श्री अभिषेक शर्मा (रजत पदक टीजीसी) , श्री प्रापु लिखित (कांस्य पदक) तथा जोजिला कंपनी को चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया।