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भारतीय हज यात्रियों का वतन वापसी का सिलसिला शुरू

नयी दिल्ली, भारतीय हज यात्रियों का हज करने के बाद मदीना एवं जेद्दाह हवाई अड्डे से वतन वापसी का सिलसिला जारी हैं। अब तक 140 उड़ानों के माध्यम से 43329 हज यात्री अपने वतन लौट चुके हैं। भारतीय हवाई अड्डों पर केंद्रीय,राज्य हज कमेटी और अन्य संबंधित एजेंसियां हज यात्रियों के स्वागत ,मार्गदर्शन और स्वागत कर रही हैं।

हवाई अड्डे पर सभी हज यात्रियों को 5 लीटर ज़मज़म पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। वतन पहुंचे हज यात्रियों ने हज 2024 में भारत सरकार द्वारा हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से की गई व्यवस्थाओं पर संतोष और खुशी व्यक्त की है। हज यात्रियों ने कहा कि हज के दिनों में भीषण गर्मी के कारण कुछ दिक्कतें आई हैं, लेकिन उनका समाधान मानवीय शक्ति और सरकारी शक्ति से परे था। अधिकांश हज यात्री सोशल मीडिया पर सरकार और हज से जुड़ी सरकारी संस्थाओं के खिलाफ जहरीले प्रचार, फर्जी खबरों और समाज में सनसनी फैलाने वाले गंदे तत्वों से बेहद नाराज दिखे।

हज कमेटी आफ़ इंडिया के सी, ई, ओ. डॉ. लियाक़त अली आफ़ाक़ी, भा. रा. से ने कहा कि भारत सरकार विशेष रूप से अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय, भारतीय हज यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। जिसके लिए सरकार भारत से लेकर सऊदी अरब तक सभी संबंधित संस्थानों और कार्यालयों में अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति करती है जो पूरी मेहनत और समर्पण के साथ हज की सेवा में लगे रहते हैं। डॉ. आफ़ाक़ी ने कहा कि जिन हज यात्रियों ने हज कमेटी आफ़ इंडिया, भारतीय दूतावास और सऊदी अरब सरकार के निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया है, वे समस्याओं और कष्टों से सुरक्षित रहे हैं। प्राकृतिक और हीट स्ट्रोक के कारण मरने वाले सभी हज यात्री 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे और उन्हें पवित्र शहर के कब्रिस्तानों में सम्मान के साथ दफनाया गया है।

डॉ. आफ़ाक़ी ने आगे कहा कि हज यात्रियों से बार-बार ये अपील की जा रही है कि अपने हैंडबैग या सूटकेस में ज़मज़म पानी, जैतून का तेल या कोई अन्य तरल पदार्थ ले जाने की बिल्कुल अनुमति नहीं है । जांच के दौरान बैग/सूटकेस में ज़मज़म पानी या जैतून का तेल पाया जाता है तो बैग/सूटकेस खोलकर ज़मज़म पानी, जैतून का तेल बाहर निकाल लिया जाएगा। इस दौरान आपके बैग से कोई कीमती वस्तु निकल या गिर सकती है।

ज्ञात हो कि भारतीय हज यात्रियों की स्वदेश वापसी प्रक्रिया 22 जून से 471 उड़ानों के माध्यम से 22 जुलाई 2024 तक जारी रहेगी।