नई दिल्ली, विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा अफगानिस्तान, आतंकवाद के खिलाफ और परमाणु मुद्दे पर भारत और चीन में हाल में खुलकर उपयोगी रणनीतिक बातचीत हुई। दोनों देशों को उन विषयों पर बातचीत जारी रखनी चाहिए जिनमें दोनों समान आधार तलाशने में विफल रहे हैं।
मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि पुनर्गठित स्वरूप में हुई बातचीत उत्पादक कवायद रही जिसने द्विपक्षीय संबंधों की पूर्ण जटिलताओं पर गौर किया गया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अहम रिश्तों के लिए संतुलित और व्यावहारिक नजरिया बेहद महत्वपूर्ण है, अपनाया गया। उन्होंने कहा, हमारा आकलन है कि हालिया बैठक सकारात्मक और रचनात्मक थी। हम दोनों इस बात पर सहमत थे कि ऐसे समय में जब वैश्विक स्थिति लगातार बदल रही है, एक ज्यादा स्थायी, ठोस और अग्रोन्मुखी भारत-चीन रिश्ता अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए अच्छा है। बागले ने कहा, दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान, संयुक्त राष्ट्र, आतंकवाद के विरोध और परमाणु मुद्दे पर खुलकर उपयोगी बातचीत की। कुछ मामलों में जहां हमारा रूख एक जैसा था तो कुछ दूसरे मामलों में यह महसूस किया गया कि बातचीत जारी रखनी चाहिए।