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भारत की संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले कर रहे दुष्प्रचार, मिलेगा करारा जवाब: मुख्यमंत्री योगी

प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत की संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले लोग दुष्प्रचार कर रहे है, लेकिन उनको करारा जवाब दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी यहां पांचवी बार महाकुंभ मेला की तैयारियों की समीक्षा करने मंगलवार को पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले लोग महाकुम्भ को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं, उन्हें यथोचित जवाब दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी छह प्रमुख स्नान पर्वों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी, इस संबंध में सभी प्रबंध कर लिए जाएं।

महाकुंभ में कोई भारतीय हो या विदेशी, प्रवासी भारतीय हो या प्रयागराजवासी, बिना भेदभाव सबकी सुरक्षा-सबकी सुविधा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अराजक संगठनों द्वारा महाकुम्भ के नाम पर फर्जीवाड़ा कर वसूली करने का दुस्साहस किया जा रहा है, पुलिस द्वारा ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मेला साधु सुंतो का होता है और उनकी भावनाओं काे सम्मान दिया जाना चाहिए। मेला प्रबंधन से जुड़े अधिकारी संतों से सतत-संपर्क-संवाद बनाये रखें। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने मुख्यमंत्री को बताया कि सभी अखाड़ों, महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीबाड़ा, खाकचौक एवं अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य पूर्ण हो गया है, जबकि प्रयागवाल और अन्य नई संस्थाओं को आवंटन का कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया पर फेक न्यूज पर कड़ाई से लगाम लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले लोग महाकुम्भ को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं, उन्हें यथोचित जवाब दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी ने स्नान घाटों की तैयारियों को परखने के क्रम में संगम ऐरावत घाट और संगम नोज घाट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि हर एक तीर्थयात्री का स्नान सुरक्षित हो, इसके लिए व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। अगले तीन दिन में अरैल क्षेत्र में नया स्नान घाट तैयार करने के निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि करीब 550 शटल बसें महाकुम्भ में चलाई जानी हैं, इन्हें पांच जनवरी से क्रियाशील कर दिया जाए। किसी चालक-परिचालक को लगातार आठ घंटे से अधिक की ड्यूटी न दी जाए। इसके अलावा, दिव्यांग, बुजुर्ग और महिलाओं के आवागमन के लिए अतिरिक्त प्रबंध भी किए जाएं।

एकदिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्माणाधीन सिक्सलेन पुल के विकल्प के रूप में बन रहे स्टील ब्रिज का भी निरीक्षण किया। इस बार के महाकुम्भ में यह स्टील ब्रिज तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए संगम तक आवागमन का सबसे सहज साधन होगा। स्टील ब्रिज से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अयोध्या, गोरखपुर, लखनऊ, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान की ओर से महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को काफी सहूलियत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में प्रदेश के पहले एमएसडब्ल्यू आधारित बायो सीएनजी प्लांट का निरीक्षण करने के बाद कहा नगरीय वेस्ट के निस्तारण का मॉडल है नैनी का यह प्लांट। स्वच्छ और सुव्यवस्थित महाकुम्भ की परिकल्पना के साथ नैनी में प्रदेश का पहला एमएसडब्ल्यू बायो सीएनजी प्लांट क्रियाशील होने को तैयार है।