बुलंदशहर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य वर्ष 2047 तक भारत काे विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा करना है और इसके लिये सभी को मिल कर काम करना होगा।
बुलंदशहर और मेरठ मंडल को 20 हजार 700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देने के बाद पुलिस शूटिंग रेंज मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न होने के बाद अब राष्ट्र प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देने का समय है। हमें देव से देश और राम से राष्ट्र के मार्ग को और प्रशस्त करना है। हमारा लक्ष्य साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और लक्ष्य बड़ा हो तो उसके लिए हर साधन जुटाना होता है, सबको मिल करके प्रयास करना पड़ता है। विकसित भारत का निर्माण भी यूपी के तेज विकास के बिना संभव नहीं है। इसके लिए हमें खेत-खलिहान से लेकर ज्ञान-विज्ञान, उद्योग-उद्यम तक हर शक्ति को जगाना है।
उन्होने कहा कि आज पश्चिमी यूपी को विकास के लिए 19 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट भी मिले हैं। ये प्रोजेक्ट्स रेल लाइन, हाईवे, पेट्रोलियम पाइपलाइन, पानी, सीवेज, मेडिकल कॉलेज और औद्योगिक शहर से जुड़े हुए हैं। आज यमुना और राम गंगा की स्वच्छता से जुड़े प्रोजेक्ट्स का भी लोकार्पण हुआ है।
इस क्षेत्र ने तो देश को श्री कल्याण सिंह जैसा सपूत दिया है, जिन्होंने रामकाज और राष्ट्रकाज, दोनों के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज वो जहां हैं, अयोध्या धाम को देखकर बहुत आनंदित हो रहे होंगे। ये हमारा सौभाग्य है कि देश ने कल्याण सिंह और उनके जैसे अनेकों लोगों का सपना पूरा किया है। लेकिन अभी भी सशक्त राष्ट्र के निर्माण का, सच्चे सामाजिक न्याय का उनका स्वप्न पूरा करने के लिए हमें अपनी गति और बढ़ानी है, और जिसके लिए हमें मिलकर काम करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा “ आजादी के बाद के दशकों में लंबे समय तक भारत में विकास को सिर्फ कुछ ही क्षेत्रों तक सीमित रखा गया। देश का एक बहुत बड़ा हिस्सा, विकास से वंचित रहा। इसमें भी उत्तर प्रदेश, जहां देश की सबसे अधिक आबादी बसती थी, उस पर उतना ध्यान नहीं दिया गया। ये इसलिए हुआ क्योंकि लंबे समय तक यहां सरकार चलाने वालों ने शासकों की तरह बर्ताव किया। जनता को अभाव में रखने का, समाज में बंटवारे का रास्ता उनको सत्ता पाने का सबसे सरल माध्यम लगा। इसकी कीमत उत्तर प्रदेश की अनेक पीढ़ियों ने भुगती ही है, लेकिन साथ-साथ देश को भी इसका बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।”
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश को पहले ताकतवर बनाना होगा और यहां के सांसद होने के नाते उनकी विशेष जिम्मेदारी है। 2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से, यूपी ने पुरानी चुनौतियों से निपटने के साथ ही, आर्थिक विकास को नई गति दी है। आज भारत में दो बड़े डिफेंस कॉरिडोर पर काम चल रहा है, उनमें से एक यूपी में, पश्चिमी यूपी में बन रहा है। आज भारत में नेशनल हाईवे का तेजी से विकास हो रहा है, उसमें से अनेक पश्चिमी यूपी में बन रहे हैं। आज हम यूपी के हर हिस्से को आधुनिक एक्सप्रेस वे से कनेक्ट कर रहे हैं। भारत का पहला नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट, पश्चिमी यूपी में ही शुरू हुआ है। यूपी के कई शहर मेट्रो सुविधा से जुड़ रहे हैं। यूपी, ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का भी हब बन रहा है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार होने से इस क्षेत्र को एक नई ताकत, नई उड़ान मिलने वाली है।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार के प्रयासों से आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश रोजगार देने वाले प्रमुख सेंटर्स में से एक बन रहा है। केंद्र सरकार, देश में चार नए औद्योगिक स्मार्ट शहर बनाने की तैयारी में है। ऐसे नए शहर जो दुनिया के श्रेष्ठ मैन्युफैक्चरिंग और निवेश स्थलों को टक्कर दे सके। इसमें से एक औद्योगिक स्मार्ट शहर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बना है और आज मुझे इस महत्वपूर्ण टाउनशिप का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला है। यहां हर वो बुनियादी सुविधाएं विकसित की गई हैं, जो रोजमर्रा के जीवन के लिए, व्यापार-कारोबार-उद्योग के लिए चाहिए। अब ये शहर, दुनियाभर के निवेशकों के लिए तैयार है। इसका लाभ यूपी के, विशेष रूप से पश्चिमी यूपी के हर छोटे, लघु और कुटीर उद्योग को भी होगा।
उन्होने कहा कि पहले खराब कनेक्टिविटी की वजह से किसान की पैदावार समय पर बाज़ार नहीं पहुंच पाती थी। किसानों को अधिक भाड़ा भी देना पड़ता है। किसानों की उपज को अगर विदेश एक्सपोर्ट करना होता था, तो वो भी मुश्किल था। यूपी समंदर से बहुत दूर है, इसलिए उद्योगों के लिए जो गैस और दूसरे पेट्रोलियम प्रोडक्ट चाहिए, उन्हें भी ट्रकों में लाना पड़ता था। इन सारी चुनौतियों का हल, नए एयरपोर्ट और नए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में है। अब यूपी में बना सामान, यूपी के किसानों के फल-सब्जी, और ज्यादा आसानी से विदेशी बाजार तक पहुंच पाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार का निरंतर प्रयास है कि गरीब और किसान का जीवन आसान हो। वह योगी सरकार को बधाई देंगे कि उन्होंने नए पेराई सत्र के लिए गन्ने का मूल्य और बढ़ा दिया है। गन्ना किसान हो, गेहूं और धान किसान हो, सभी किसानों को पहले अपनी ही उपज का पैसा पाने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। लेकिन हमारी सरकार इस परिस्थिति से किसान को बाहर निकाल रही है। हमारी सरकार ने ये सुनिश्चित किया है मंडी में अनाज बेचने पर किसान का पैसा सीधे किसान के बैंक अकाउंट में जाना चाहिए। डबल इंजन सरकार ने गन्ना किसानों से जुड़ी समस्याओं को भी लगातार कम करने का प्रयास किया है। गन्ना किसानों की जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसे जाएं, इसके लिए हमारी सरकार इथेनॉल बनाने पर बल दे रही है। इस वजह से किसानों को हजारों करोड़ रुपए अतिरिक्त मिले हैं।
उन्होने कहा कि किसानों का हित, सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज सरकार हर किसान परिवार के इर्द गिर्द एक पूरा सुरक्षा कवच बना रही है। किसानों को सस्ती खाद मिलती रहे, इसके लिए बीते वर्षों में हमारी सरकार ने लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। दुनिया में आज यूरिया की जो बोरी तीन हज़ार रुपए तक की मिल रही है, भारत के किसानों को 300 रुपए से भी कम में मिल रही है। देश ने और एक महत्वपूर्ण काम किया है, नैनो यूरिया बनाया है। इससे एक बोरी खाद की शक्ति एक बोतल में समा गई है। इससे भी किसानों की लागत कम होगी, बचत होगी। सरकार ने करोड़ों किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि के पौने तीन लाख करोड़ रुपए भी ट्रांसफर किए हैं।
श्री मोदी ने कहा कि कृषि और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण में हमारे किसानों का योगदान हमेशा से अभूतपूर्व रहा है। सरकार सहकारिता के दायरे को भी लगातार बढ़ा रही है। पैक्स हों, कोऑपरेटिव सोसायटी हों, किसान उत्पाद संघ एफपीओ हों, इनको गांव-गांव तक पहुंचाया जा रहा है। ये छोटे किसानों को बाजार की बड़ी ताकत बना रहे हैं। खरीद-बिक्री हो, लोन हो, कोई फूड प्रोसेसिंग उद्योग हो, एक्सपोर्ट हो, ऐसे हर काम के लिए किसानों की सहकारी संस्थानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार ने भंडारण की सुविधाओं के निर्माण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी योजना शुरू की है। इसके तहत पूरे देश में कोल्ड स्टोरेज का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है।
उन्होने कहा “ हमारा प्रयास है कि खेती-किसानी को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए। इसमें भी गांव में हमारी नारी शक्ति का माध्यम एक बहुत बड़ी ताकत बन सकता है और उस दिशा में हम काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने नमो ड्रोन दीदी योजना शुरू की है। इससे महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी जा रही, उन्हें ड्रोन दिए जा रहे हैं। भविष्य में, ये नमो ड्रोन दीदी, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और खेती किसानी की बहुत बड़ी ताकत बनने जा रही हैं।”
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि किसानों के लिए जितना एनडीए सरकार ने काम किया है, उतना पहले किसी सरकार ने नहीं किया है। बीते 10 वर्षों में जन कल्याण की हर योजना का सीधा लाभ हमारे छोटे किसानों को मिला है। करोड़ों पक्के घर बने हैं, तो इनके बहुत बड़े लाभार्थी छोटे किसान और खेत मजदूर हैं। गांवों के करोड़ों घरों में पहली बार टॉयलेट बने हैं। पहली बार गांव के करोड़ों घरों में नल से जल पहुंचा है। इसका लाभ सबसे अधिक किसान परिवारों की मेरी माताओं-बहनों को ही तो मिला है। पहली बार किसानों और खेत मज़दूरों को भी पेंशन की सुविधा मिली है।
उन्होने कहा “ मोदी की गारंटी है कि जल्द से जल्द देश के हर नागरिक को उसके लिए बनी सरकारी योजना का लाभ मिले। आज देश, मोदी की गारंटी को गारंटी पूरा होने की गारंटी मानता है। हमारा पूरा प्रयास है कि सरकार की योजना का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे। इसलिए मोदी सैचुरेशन की गारंटी दे रहा है, शत-प्रतिशत की गारंटी दे रहा है। जब सरकार शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचती है तो किसी भेदभाव की गुंजाइश नहीं रह जाती। जब सरकार शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचती तो किसी भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी नहीं रह जाती और यही सच्चा सेकुलरिज्म है।”
उन्होने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक कोई गरीबी हटाओ का नारा देता रहा। कोई सामाजिक न्याय के नाम पर झूठ बोलता रहा। लेकिन देश के गरीबों ने देखा कि सिर्फ कुछ परिवारों के घर अमीरी आई, कुछ ही परिवारों की राजनीति फली-फूली। सामान्य गरीब, दलित, पिछड़ा तो अपराधियों और दंगों से सहमा हुआ था। लेकिन अब देश में स्थितियां बदल रही हैं।
पीएम ने कहा “ मोदी चुनाव का बिगुल नहीं फू फूंकेंगे। मोदी तो विकास का बिगुल फूंकता रहता है। मोदी तो समाज के आखिरी व्यक्ति के कल्याण के लिए बिगुल फूंकता रहता है। मोदी को न पहले जरूरत थी, न आज जरूरत है, न आगे जरूरत है, चुनाव के बिगुल फूंकने की। मोदी के लिए तो ये जनता-जनार्दन बिगुल फूंकती रहती है। और जब जनता-जनार्दन बिगुल फूंकती है, तो मोदी को अपना समय उस बिगुल को फूंकने में नहीं लगाना पड़ता। उसको तो अपना समय जनता-जनार्दन के चरणों में बैठ करके सेवा भाव से काम करने में उसका समय लगा रहता है।”