नई दिल्ली, भारत में होने वाली पहली फीफा प्रतियोगिता अंडर- 17 विश्व कप के लिये अब जबकि केवल दस दिन का समय बचा है तब अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने यहां कहा कि इस महत्वपूर्ण मेजबानी के लिये मंच पूरी तरह से सज चुका है और सभी मैच स्थल तैयार हैं। छह से 28 अक्तूबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन छह स्थलों पर किया जायेगा। पटेल ने कहा कि पांच स्थलों को स्थानीय आयोजन समिति को सौंप दिया गया है और नवी मुंबई वाला स्टेडियम कल उनके सुपुर्द कर दिया जायेगा।
पटेल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि फीफा अंडर-17 विश्व कप के लिये मंच सज चुका है जिसमें अब बस 10 दिन का समय रह गया है, 2012 से शुरू हुई इसकी तैयारी की यात्रा सभी के लिये लंबी और रोमांचक भरी रही। सारे आयोजन स्थल पूरी तरह से तैयार हैं और टूर्नामेंट की मेजबानी के लिये तैयार हैं। सभी बुनियादी ढांचों को मंजूरी मिल गयी है। एलओसी के चेयरमैन पटेल के साथ, टूर्नामेंट निदेशक जेवियर सेप्पी और भारतीय अंडर-17 टीम के कोच लुई नोर्टन डि माटोस भी उपस्थित थे।
पटेल ने साथ ही कहा कि पहली बार फीफा की कार्यकारी परिषद की बैठक फीफा आयोजन स्थल पर की जायेगी जो फीफा के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है जिसने कभी बाहर यह बैठक नहीं की है। पटेल ने कहा, भारत के लिये फीफा टूर्नामेंट की मेजबानी करना गर्व की बात है और सभी ने स्टेडियमों और सुविधाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया है। पहली बार फीफा अपनी कार्यकारी परिषद की बैठक टूर्नामेंट के दौरान भारत में कोलकाता में 26, 27 और 28 अक्तूबर को होगी।
एआईएफएफ अध्यक्ष ने कहा कि एलओसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत के छह अक्तूबर को होने वाले मुकाबले के लिये आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा, एलओसी ने प्रधानमंत्री को पहले मैच के लिये आमंत्रित किया है जिससे वह टूर्नामेंट की शुरूआत कर सकें। अंडर-17 टीम के खिलाड़ियों के लिये इसे अहम बताते हुए पटेल ने कहा, भारत की टीम के लिये यह काफी अहम है क्योंकि वह पहली बार किसी फीफा टूर्नामेंट में शिरकत करेगी, सभी खिलाड़ी इसमें खेलने के लिये उत्साह से भरे हैं।
उन्होंने अंडर-20 विश्व कप के 2019 चरण की मेजबानी के लिये बोली के बारे में कहा, हमारा बुनियादी ढांचा तैयार है, हम फीफा को अंडर-20 विश्व कप की बोली लिये मनाने की कोशिश करेंगे। पटेल ने कहा, हम इस अंडर-17 टीम को आगे बढ़ायेंगे और कोच से भी जारी रखने के लिये कहेंगे। इस टीम को एक इकाई के रूप में रखेंगे। हमारे पास अंडर-16 की टीम है, जिसका हाल में प्रदर्शन अच्छा रहा। हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और हम अन्य उम्र समूह भी बनायेंगे।
कोच डि माटोस से जब पूछा गया कि अंडर-17 भारतीय टीम कितनी तैयार है तो उन्होंने कहा, मैंने फरवरी से शुरूआत की और छह महीने तक खिलाड़ियों को देखा। लेकिन मेरी रणनीति कुछ और थी, तब से अब तक खिलाड़ियों ने काफी प्रगति की है, सभी का ध्यान सिर्फ अच्छा करने पर लगा है, कोई भी दबाव में नहीं है। मैत्री मैचों में भी उन्होंने काफी अच्छा खेल दिखाया और मुझे पूरा भरोसा है कि इस स्तर पर यह भारत की सबसे मजबूत टीम है। सबसे अच्छी बात है कि टूर्नामेंट में मजबूत टीमों से भिड़ने के लिये कोई भी नर्वस और दबाव में नहीं है।