सिंगापुर/नई दिल्ली, भारतीय नौसेना और रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नैवी के बीच एक सप्ताह तक चला समुद्री अभ्यास समाप्त हो गया।सिंगापुर के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंगापुर भारत समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास 2017 का समापन हो गया। इसमें पहली बार सिंगापुर के एफ-15एसजी लड़ाकू विमानों ने भी हिस्सा लिया था।
सिंगापुर में आयोजित यह अभ्यास जमीन पर आएसएस सिंगापुरा-चांगी नेवल बेस और समुद्र में दक्षिण चीन सागर के एक हिस्से में किया गया। वर्ष 1994 से आयोजित किए जा रहे इस वार्षिक द्विपक्षीय अभ्यास का यह 24वां वर्ष है। आरएसएन ने इस अभ्यास में दो युद्ध पोत और एक जंगी जहाज को उतारा था जबकि भारतीय नौसेना ने दो युद्ध पोत, एक जंगी जहाज, एक ऑइलर और एक पी8-1 समुद्री गश्ती विमान तैनात किया।
रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर एयर फोर्स ने भी अभ्यास के लिए दो एफ-16डी के साथ लड़ाकू विमान और एक फोकर-50 समुद्री गश्ती विमान तैनात किए। रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि अभ्यास के दौरान दोनों नौसेनाओं ने वायु रक्षा अभ्यास एवं गोलीबारी सहित युद्ध के सिलसिलेवार अभ्यास किए। बयान में कहा गया कि दोनों देशों की नौसेना समुद्री क्षेत्र में सहयोग के लिए नए एवं उन्नत क्षेत्र तलाश रही है।